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रिव्यू से पहले थोड़ा फवाद खान पर बात करते हैं. फवाद फिल्म में थे? हां, फिल्म में 15 मिनट का उनका किरदार हमे पूरे साल का डिस्कशन दे गया. लेकिन, फवाद का काम अच्छा था? हां, एक्टिंग तो ठीक थी, लेकिन लुक्स में वाकई लाजवाब थे.
फिल्म मेें फवाद अकेले पाकिस्तान एक्टर नहीं हैं. पड़ोसी मुल्क से एक और एक्टर फिल्म में हैं, जिनका नाम है इमरान अब्बास (बिपाशा बसु के साथ बॉलीवुड फिल्म क्रीचर 3D में लीड रोल किया था). चलो अच्छा ही है, इस एक्टर को किसी ने नोटिस नहीं किया, कम से कम फिल्म का विरोध करने का एक अौर बहाना तो कम हुआ.
‘ऐ दिल है मुश्किल’ दिल के मामलों से डील करती है. करन जौहर की लिखी और डायरेक्ट की गई यह फिल्म पिछली फिल्मों से काफी अलग है. हालांकि इस फिल्म में भी काफी अमीर लोग हैं, फॉरेन लोकेशन हैं और अच्छा म्यूजिक है.
ADMH परफेक्ट फिल्म नहीं है. कई जगह यह भी बेवजह खींची गई है, लेकिन फिर भी इस हफ्ते की सबसे अच्छी फिल्म है. वहीं प्रीतम का म्यूजिक फिल्म में जान फूंकने की कोशिश करता है. फिल्म के लगभग सभी गाने लोगों की जुबान पर चढ़े हैं.
मैं फिल्म को देती हूं 5 में से 3.5 क्विंट.
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