advertisement
नोएडा में सुपरटेक ट्विन टॉवर्स (Supertech Twin Towers) को गिराने की तैयारी पूरी हो चुकी है. कुछ ही देर में इन्हें गिरा दिया जाएगा. बता दें इसके लिए प्रशासन ने बड़े पैमाने पर इंतजाम भी किए हैं. इस बीच आखिरी वक्त पर प्रशासन और लोगों की सक्रियता भी बढ़ती नजर आ रही है.
ऐसे में इस आखिरी पल का गवाह बनने के लिए दूर-दूर से लोग सेक्टर-93 पहुंच रहे हैं, ताकि अंतिम बार भ्रष्टाचार की इमारत को गिरते अपनी आंखों से देख सकें. हालांकि आसपास के रास्तों को बेरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया है, लेकिन लोगों में उत्साह ऐसा है कि दूर से ही ट्विन टावर को एक बार देख लेना चाहते हैं.
ट्विन टॉवर को गिराने का जिम्मा एडीफिस कंपनी को दिया गया है. घटनाक्रम को अंजाम देने से पहले एडीफिस कंपनी ने बकाया पंडित जी को बुलाकर पूजा अर्चना की. इस पूजा में 6 लोग शामिल थे. इसमें कंपनी के डॉयरेक्टर उत्कर्ष मेहता भी शामिल थे. एक घंटे चलने वाली इस पूजा में पूरी गतिविधि को ठीक से अंजाम दिए जाने की प्रार्थना की गई. यह पूजा ट्विन टॉवर के बगल में ही की गई.
ट्विन टॉवर्स को गिराने से बड़े पैमाने पर धूल के गुबार और वायु प्रदूषण की आशंका जताई जा रही है. प्रशासन ने इसके प्रभाव को कम करने की कुछ कोशिशें की हैं. इसके तहत ट्विन टावर के चारों तरफ जगह-जगह स्मॉग गन लगाई गई हैं.
जब ट्विन टावर गिराया जाएगा, उसके बाद स्मोक गन चलाना शुरू किया जाएगा, ताकि वातावरण में जो धूल का गुबार उठना शुरू हो, उस पर काबू पाया जा सके. प्राधिकरण को सबसे ज्यादा चिंता धूल के गुबार को लेकर है. धूल के गुबार के चलते आसपास की सोसाइटी के लोगों को भी परेशानी होगी, जिसे कम करने के लिए प्राधिकरण की तरफ से स्मोक गन लगाई जा रही हैं. स्मोक गन को चलाकर इनकी टेस्टिंग की जा चुकी है और इनके लिए वॉटर टैंकर इनके साथ रखे गए हैं। जरूरत पड़ने पर इन्हें एसटीपी प्लांट के साथ भी कनेक्ट कर दिया जाएगा, ताकि पानी की समस्या ना रहे.
सुपरटेक ट्विन टावर गिराने से पहले वाइब्रेशन मापने के लिए 15 इंस्टूमेंट लगाए गए हैं. ये इंस्टूमेंट ट्विन टावर और उसके आसपास सोसायटी में लगाए जाएंगे. 1:45 मिनट तक सभी इंस्टूमेंट को लगाकर सोसायटी और ट्विन टावर को पूरी तरह खाली कर दिया जाएगा. पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह और जॉइंट कमिश्नर लव कुमार मौके पर पहुंच चुके हैं. जॉइंट कमिश्नर लव कुमार ने कहा कि पूरी तैयारी हो चुकी है. रेड जोन के अंदर किसी को आने की अनुमति नहीं है.
पढ़ें ये भी: संडे व्यू : हक दो बेखौफ जीवन का, मोदी को हराना नामुमकिन नहीं
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)