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उत्तराखंड (Uttarakhand) की राजधानी देहरादून समेत प्रदेश के कई शहरों में बेरोजगार युवाओं का प्रदर्शन जारी है. पेपर लीक (Paper Leak) होने से नाराज युवा सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी क्रम में गुरुवार 09 फरवरी को प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था. जिसके विरोध में उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने शुक्रवार, 10 फरवरी को प्रदेशव्यापी बंद का आह्वान किया था. आज प्रदेश भर में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किए और लाठीचार्ज करने वालों पर कार्रवाई की मांग की. क्या है यह पूरा मामला, आपको बताते हैं.
देहरादून में परीक्षा घोटालों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज के विरोध में अल्मोड़ा में तीखा प्रदर्शन देखने को मिला. अल्मोड़ा में छात्र-छात्राओं के साथ कांग्रेस, यूकेडी, आम आदमी पार्टी सहित कई संगठनों के लोगों ने परीक्षा घोटाले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
अल्मोड़ा के चौहानपाटा में राजनीतिक पार्टियों ने धामी सरकार का पुतला फूंका और मुख्य सड़क पर सांकेतिक धरना देकर चक्काजाम किया. इससे करीब आधा घंटा सड़क पर जमा लगा रहा. माल रोड पर धरने पर बैठे राजनैतिक दलों के नहीं उठने पर पुलिस प्रशासन ने बलपूर्वक आंदोलन कर रहे लोगो को उठाया. इस बीच आंदोलनकारियों और पुलिस प्रशासन के बीच जमकर नोकझोक और धक्कामुक्की हुई.
सरकारी भर्तियों में आवेदन करने वाले सैकड़ों युवा विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आक्रोशित युवाओं ने पेपर लीक होने पर इसकी CBI जांच की मांग की है . युवाओं का कहना है कि जब वह एक भर्ती का पेपर देते हैं तो वह लीक हो जाता है, फिर दूसरे की आस में तैयारी करते हैं, तो वह भी लीक हो जाता है. ऐसे में युवाओं के भविष्य का क्या होगा? यह सरकार को बताना चाहिए.
लेकिन पेपर आयोजित करने से पहले छात्रों की मांग है कि पेपर लीक की सीबीआई जांच कराई जाए क्योंकि बार बार पेपर लीक होने से छात्रों का मनोबल टूटता है.
इसके सिवा छात्रों की मांगों में यह कुछ मुख्य मांगे शामिल है -
उत्तराखंड लोकसेवा आयोग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की निष्पक्ष जांच हो
उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की निगरानी में CBI जांच हो
नकलचियों के नाम सार्वजनिक किए जाएं
नकलरोधी कानून पास होने के बाद ही परीक्षा आयोजित कराई जाए
पुलिस/पटवारी/FRO/लोअर PCS/AE/JE-अपर PCS/RO/ARO/APO/PCS-J जैसी परीक्षाओं की निष्पक्ष जांच हो
प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज करने वालों के खिलाफ कार्यवाही हो.
वहीं, देहरादून में प्रदर्शन के दौरान युवाओं पर हुए लाठीचार्ज का कांग्रेस द्वारा विरोध किया. इस विरोध प्रदर्शन में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया.
(इनपुट- मधुसूदन जोशी)
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