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कुछ नया करने के रोमांच के चलते कभी-कभी ऐसी चीजों से सामना हो जाता है, जिसकी पहले कभी किसी ने कल्पना नहीं की होती है. वाराणसी में इन दिनों कुछ ऐसे ही रोमांच से सभी को रूबरू करवा रहे हैं अंसार अहमद, जिनको प्यार से लोग ‘मिस्टर भाई’ भी कहते हैं.
नाई से हजामत और बाल तो सभी ने कभी न कभी बनवाया ही होगा, लेकिन अगर आपको पेशे से नाई अंसार से अपने बाल बनवाने हैं, तो थोड़ा सोच लीजिए, क्योंकि ये आपके बाल हाथों से नहीं, बल्कि अपने मुंह से काटेंगे.
‘मिस्टर भाई’ वाराणसी के जगतगंज स्थित एक सैलून में मुंह से बाल काटने के अपने जुनूून को नए कीर्तिमान तक पहुचाने में लगे हुए हैं. मंगलवार शाम से लगातार 25 घण्टों तक लोगों के निशुल्क बाल काटकर वे गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करवाना चाहते हैं.
‘मिस्टर भाई’ की मानें, तो अभी तक इस तरह का कोई विश्व रिकॉर्ड नहीं है, जिसमें किसी ने मुंह से बाल काटा हो.
उन्होंने अपने इस अनोखे हुनर के पीछे की वजह भी काफी रोचक बताई है. उन्होंने बताया कि एक बार दुर्घटना में उनके हाथ में चोट लग गई, जिसके चलते 2-3 हफ्तों तक वो काम नहीं कर पाए, लेकिन इसी दौरान उन्होंने हार नहीं मानी और कैची को मुंह में धागे के सहारे फंसाकर प्रैक्टिस शुरू कर दिया. धीरे-धीरे इस हुनर में पारंगत होने में अंसार को एक से डेढ़ साल का वक्त लग गया.
अंसार की मानें, तो इससे पहले भी वे चैरिटी के लिए आजमगढ़ की सड़क पर बैठकर एक कैंसर पीड़ित बच्चे के लिए लगातार 24 घण्टे मुंह में कैंची फंसाकर बाल काट चुके हैं, लेकिन बदकिस्मती से वो बच्चा बचा नहीं. अब अंसार ये विश्व रिकॉर्ड अपने बनारस, देश और चैरिटी के लिए कर रहे हैं. उनकी इच्छा है कि वे दिव्यांगों को अपना ये अनोखा हुनर सिखाएं, क्योंकि कुछ वक्त के लिए ही सही, लेकिन अंसार को सड़क दुर्घटना के बाद अपनी शारीरिक लाचारी का एहसास हुआ था.
वाराणसी के आशीष भी अंसार के बारे में सुनकर उनसे बाल कटवाने से खुद को रोक नहीं पाए और देखा कि मुंह से बाल भी कोई इतनी निपुणता के साथ काट सकता है. इस दौरान आशीष को जरा भी डर नहीं लगा.
वहीं हिमांशु भी अपने बाल को अंसार से स्पाइस कट दिलवाने आया और निशुल्क बाल कटवाने को लेकर काफी उत्साहित भी था.
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