Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019जिस कोच ने बदल दी जिंदगी, यशस्वी उन्हें मानते हैं अपना ‘भगवान’

जिस कोच ने बदल दी जिंदगी, यशस्वी उन्हें मानते हैं अपना ‘भगवान’

सुमित जोश
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Published:
अपने कोच ज्वाला सिंह के साथ यशस्वी जायसवाल
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अपने कोच ज्वाला सिंह के साथ यशस्वी जायसवाल
(फोटोः क्विटं)

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यशस्वी जायसवाल को हाल ही में हुए U-19 वर्ल्ड कप में ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ चुना गया और उनके कोच ज्वाला सिंह को अपने शिष्य पर बेहद गर्व है. पिछले कुछ वक्त से यशस्वी का नाम भारतीय क्रिकेट फैंस की जुबान पर छाया हुआ है. उनके फर्श से अर्श तक पहुंचने की कहानी ने लोगों का दिल जीता है और इसके लिए यशस्वी अपने कोच को ही अपना भगवान मानते हैं.

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यशस्वी ने टूर्नामेंट के 6 मैचों में सबसे ज्यादा 400 रन बनाए लेकिन यशस्वी नहीं चाहते थे कि उनके कोच साउथ अफ्रीका आएं फिर भी कोच खुद को रोक नहीं सके.

क्विंट से खास बातचीत में यशस्वी के कोच ज्वाला सिंह अपने इस प्रतिभाशाली शिष्य के साथ रिश्ते, उसके प्रदर्शन और उसके करियर पर खुलकर बात की.

ज्वाला सिंह ने बताया- "मैं अपने परिवार के साथ, साउथ अफ्रीका जाने वाला था लेकिन सेमीफाइनल से पहले मेरी यशस्वी से बात हुई और इसने कहा कि अकेला महसूस कर रहा है.”

ज्वाला सिंह कहते हैं कि इसके बाद उन्होंने यशस्वी को ‘सरप्राइज’ देने के बारे में सोचा और पहुंच गए साउथ अफ्रीका.

“मैंने सोचा कि वहां जाकर सपोर्ट करना चाहिए फिर वो मैच भारत और पाकिस्तान के बीच भी था और इसने नॉट आउट 105 रन बनाए. अपने सामने इसे 100 रन बनाते देखना बहुत खास था.”
ज्वाला सिंह, यशस्वी के कोच

यशस्वी को अपने कोच की मौजूदगी का पता नहीं था उन्होंने कहा- 'अपने कोच को मुझे नहीं पता था कि वो यहां आए हैं मैच के बाद मुझे पता चला, किसी ने मुझे बताया कि तेरे सर आए हैं, मैंने कहा कि मेरा मजाक मत उड़ाओ मुझे पता है कि वो यहां नहीं हैं. फिर मैं उनसे मिला और मैं हैरान था. मैं खुश था कि उन्होंने मेरा शतक देखा'

कोच को समर्पित जर्सी नंबर 23

कोच ज्वाला को यशस्वी के U-19 के सेलेक्शन पर बहुत खुशी हुई और यशस्वी ने इस खास मौके पर उनके लिए एक 'सरप्राइज' रखा था. जिस कोच की मदद से यशस्वी यहां तक पहुंचे, उसी कोच को उन्होंने अपना जर्सी नंबर समर्पित किया. यशस्वी ने ज्वाला सिंह के जन्मदिन की तारीख 23 को अपना जर्सी नंबर में चुनना. यशस्वी ने क्विंट को बताया-

“जिस दिन मैं उनसे मिला था, वो मेरे लिए सबसे खास दिन था और इसलिए मैं गर्व से 23 नंबर जर्सी पहनता हूं वो मेरे लिए सबकुछ हैं.”
यशस्वी, क्रिकेटर

जर्सी नंबर पर कोच ज्वाला कहते हैं कि- जब U-19 के लिए उसका सेलेक्शन हुआ, और उसे जर्सी के लिए नंबर देना था तो उसने मुझसे मेरा जन्मदिन पूछा मुझे नहीं पता था कि वो ऐसा कुछ करेगा.

लंबी रेस का घोड़ा यशस्वी

यशस्वी को इस बार आईपीएल के लिए राजस्थान रॉयल्स की टीम ने 2.4 करोड़ रुपये में खरीदा. कोच ज्वाला इससे बेहद खुश हैं और कहते हैं कि राजस्थान युवा खिलाड़ियों के लिहाज से अच्छी टीम है.

ज्वाला सिंह यशस्वी के अभी तक के प्रदर्शन से खुश हैं, लेकिन उनका मानना है कि यशस्वी को अभी लंबी पारी खेलनी है. उनके मुताबिक जिस तरह की पारियां वो अभी से खेलता है, वो उसे बहुत आगे ले जाएंगी.

“यशस्वी को अभी लंबी पारी खेलनी है, कई क्रिकेटर अच्छा खेलते हैं लेकिन बहुत कम होते हैं, जो लंबा खेलते हैं, मुझे इसकी ये आदत पसंद है कि ये अपने करियर की शुरुआत से ही लंबा खेलना पसंद करता है. इसको बड़ी पारियां खेलने की आदत है हमने कई खिलाड़ियों को देखा है, जो अच्छी शुरुआत करते हैं लेकिन उनका करियर अच्छे से खत्म नहीं होता, इसके पास अच्छा टेंपरामेंट है और यही इसे अलग बनाता है.”
ज्वाला सिंह

अंडर-19 वर्ल्ड कप में धूम मचाने के बाद अब यशस्वी की नजरें 29 मार्च से शुरू हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन पर है, जहां उन्हें राजस्थान से और राजस्थान को उनसे बहुत उम्मीदें होंगी.

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