Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019CAA एक ऐसी दवा है, जो बीमारी पैदा कर रही हैः योगेंद्र यादव 

CAA एक ऐसी दवा है, जो बीमारी पैदा कर रही हैः योगेंद्र यादव 

योगेंद्र यादव ने सवाल पूछा कि क्या हम जामिया को खत्म करना चाहते हैं?

क्विंट हिंदी
वीडियो
Updated:
योगेंद्र यादव ने सवाल पूछा कि क्या हम जामिया को खत्म करना चाहते हैं?
i
योगेंद्र यादव ने सवाल पूछा कि क्या हम जामिया को खत्म करना चाहते हैं?
(फोटो: द क्विंट)

advertisement

15 दिसंबर को जामिया यूनिवर्सिटी में हुए बवाल को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें फैल रही थीं. इसी बीच स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव के पास भी जामिया से एक कॉल पहुंची. योगेंद्र यादव ने क्विंट को बताया, जामिया से कॉल आया, जिसमें कहा गया कि एक स्टूडेंट की मौत हो गई. इस कॉल के बाद योगेंद्र अपने कुछ साथियों के साथ तुरंत जामिया पहुंच गए.

योगेंद्र ने बताया, वहां के हालात काफी बिगड़े हुए थे. हम न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाना, अस्पताल और स्टूडेंट से भी बात की, तब पता चला कि यूनिवर्सिटी के हालात काफी खराब थे.

बस जलाने की घटना यूनिवर्सिटी से करीब एक किमी की दूरी पर हुई, अगर मान लिया जाए कि स्टूडेंट इसमें शामिल थे, तो भी क्या पुलिस ने अपनी ड्यूटी की. उनकी ड्यूटी है कि वह भीड़ को हटाए कानूनी तरीके से काम करें, लेकिन पुलिस ने ऐसा कुछ भी नहीं किया.
योगेंद्र यादव, अध्यक्ष, स्वराज इंडिया
घटना के जितने भी वीडियो सामने आ रहे हैं, लोगों से बात करने से पता चल रहा है कि पुलिस सभी को पीट रही है. युवा भाग रहें हैं, घर में घुस रहे हैं, स्थानीय महिलाएं उन्हें बचा रही है. स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी तक भगाया जाता है और उसके बाद बिना अनुमति के यूनिवर्सिटी के अंदर घुसकर पुलिस लाइब्रेरी के अंदर, बाथरूम तक घुसकर स्टूडेंट को पीट रही है. इस घटना में कम से कम 125 बच्चे घायल हुए. हालांकि, स्टूडेंट की मौत वाली खबर अफवाह थी.
योगेंद्र यादव, अध्यक्ष, स्वराज इंडिया
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

क्या हम जामिया को खत्म करना चाहते हैं?

योगेंद्र यादव ने सवाल पूछा कि आखिर हम इससे क्या मैसेज दे रहे हैं? हम बच्चों को क्या सिखा रहे हैं? क्या हम जामिया को खत्म करना चाहते हैं?

योगेंद्र यादव ने कहा, 'याद रहे कि जामिया किसी एक कम्यूनिटी की जायदाद नहीं है. जामिया इस्लामिया एक नेशनल हैरिटेज है. ये स्वतंत्रता आंदोलन की धरोहर है. इसको हम मिट्टी में मिला देना चाहते हैं, इसलिए लोग खड़े हैं और हम जैसे लोग इसलिए खडे़ हैं.'

अगर स्टूडेंट के साथ ये सब होने के बाद खड़े नहीं होते हैं तो यह सही नहीं है. आप दूसरे युवाओं के साथ खड़े नहीं है, तो आप कब और कहां खड़े होंगे. मैं खुलकर कहना चाहता हूं, जहां भी छात्र संगठन है अगर लगता है आपके पास संकल्प है. तो कहता हूं कि आप शांति और अहिंसा के साथ संविधान की किताब के साथ खड़ें हों.
योगेंद्र यादव, अध्यक्ष, स्वराज इंडिया

"CAB एक दवाई है जो बीमारी पैदा कर रही है"

CAA पर तंज कसते हुए योगेंद्र यादव ने कहा, कोई बीमारी नहीं है फिर भी दवाई पिलाई जा रही है और ये दवाई बीमारी पैदा कर रही है. इसलिए पूरा देश विरोध कर रहा है.

मुझे दो दिनों से ऐसा दिख रहा है जंतर मंतर और अलग-अलग यूनिवर्सिटी के लोग जामिया और एमयू को सपोर्ट कर ही रहे हैं. लेकिन अब एक तीसरे कैटेगरी के लोग भी सामने आ रहे हैं, जो कह रहे हैं कि न मैं नॉर्थ ईस्ट से हूं और न मैं मुस्लिम हूं, लेकिन मुझे यह पसंद नहीं है. ये देश के साथ ठीक नहीं हो रहा है. डिमोनेटाइजेशन ने जो इकनॉमी के साथ किया वही CAA हमारे सोसाइटी के साथ कर रहा है.
योगेंद्र यादव, अध्यक्ष, स्वराज इंडिया

योगेंद्र यादव ने कहा, जब ये तीसरे कैटेगरी के लोग जैसे-जैसे मजबूत होंगे तब सरकार को समझ आएगा कि उनसे क्या गलती हुई है. क्योंकि नागरिकता संशोधन अधिनियम संविधान के खिलाफ है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 17 Dec 2019,09:52 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT