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मोदी सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों के वापसे लेने के ऐलान के बाद विपक्ष सहित किसान नेताओं की भी प्रतिक्रिया आ रही है. किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि श्री गुरुनानक देव ने कहा था कि कीरत करो यानी ईमानदारी की मेहनत से कमाकर खाओ...आज उनके प्रकाशोत्सव के दिन कीरत करने वाली किसानों की जीत हुई है.
योगेंद्र यादव ने कहा कि आज अहंकार का सर नीचा हुआ है. वो सरकार जो संविधान की बात नहीं सुनती थी, कानून की बात नहीं सुनती थी, इंसानियत देखने को नहीं तैयार थी, किसानों के दुख-सुख को देखने के लिए तैयार नहीं थी, अंततः उसे किसानों के हिम्मत के कारण झुकना पड़ा.
योगेन्द्र यादव ने आगे कहा कि चुनाव के कारण ही सही लेकिन लोकतंत्र की जीत हुई है. लेकिन दोस्तों ये जीत अभी अधूरी है, हमारी दो बड़ी मांगें थी:
योगेन्द्र यादव ने कहा कि मुसीबत तो सर से टल गई, लेकिन देश का किसान पूछता है, कि मुझे हासिल क्या हुआ? इसका संघर्ष जारी रहेगा. संघर्ष का स्वरूप क्या होगा संयुक्त किसान मोर्चा मिलकर तय करेगा. मोर्चे का जो भी फैसला है हम सबके सर माथे पर रहेगा. लेकिन याद रखिए अहंकार अभी गया नहीं है. चालाकियां और तिकड़म अभी खत्म नहीं हुई हैं.
अंत में उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि संघर्ष जारी रखना है.
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