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लगातार दो दिन रेल का तत्काल टिकट कराने में विफल रहने के बाद मैं बहुत भारी मन से और ताने सुनने के बाद रेल मंत्री को ये चिट्ठी लिखने को मजबूर हो गया हूं. उम्मीद है कि आप संज्ञान लेंगे.
महामहिम रेल मंत्री जी,
सादर नमस्कार,
सबसे पहले मोदी सरकार को 48 माह पूरे करने की बहुत बहुत बधाई. लेकिन इन 48 महीने के विज्ञापन मेरे और करोड़ों रेल यात्रियों के लिए बड़ी परेशानी की वजह बन गए हैं. इस वजह से मैं तत्काल टिकट हासिल करने में नाकाम रहा.
आपके पास तीन-तीन मंत्रालयों का काम है, इसलिए आपके लिए शायद ये मामला छोटा हो सकता है पर लाखों-करोड़ों उन लोगों के लिए बहुत बड़ा है जिनके लिए रेलवे रिजर्वेशन हासिल करना बहुत बड़ी चुनौती होता है.
रेलवे रिजर्वेशन पोर्टेल irctc.co.in में इस मौके पर जो स्पीडब्रेकर की तरह मोदी सरकार की 48 महीनों की उपलब्धियों का विज्ञापन डाला गया है, उसमें हमने आपकी तमाम उपलब्धियां अच्छी तरह पढ़ ली हैं, और जितने बार पोर्टेल खोलते हैं उतने बार इन्हें पढ़ने का मौका मिलता है.
तत्काल टिकट के लिए किस्मत, सही वक्त, तेज इंटरनेट वगैरह सब एक साथ होना चाहिए, तब जाकर तत्काल का कंफर्म टिकट नसीब हो पाता है. लेकिन रिजर्वेशन पोर्टल irctc.co.in में मोदी सरकार के 48 महीनों के विज्ञापन की वजह से मैं तत्काल टिकट नहीं करा पाया.
मुझे एक बेहद जरूरी यात्रा के लिए रिजर्वेशन लेना था. इसके लिए मैं कई दिनों से तत्काल टिकट कराने का इंतजार कर रहा था. तत्काल टिकट लेने के नियम बड़े सख्त हैं.
खैर मैंने सुबह नौ बजे से तैयारी कर रखी थी. ठीक 9.50 बजे ही irctc.co.in साइट खोल ली, विज्ञापन हटाकर लॉग इन किया. लेकिन ऐन 9.59 में साइट हैंग हो गई. उसे रिफ्रेश किया, तो साइट खुलते ही वापस 48 माह की उपलब्धियों वाला विज्ञापन आ गया. मैं पेनिक में आ चुका था, मैंने विज्ञापन कैंसिल करने की कोशिश की पर पूरी स्क्रीन पर छाए इस विज्ञापन में कैंसिल X पर क्लिक होने के बजाए तस्वीर के कोने में क्लिक हो गया और नई विंडो खुल गई एक एक करके दनादन उपलब्धियां आंखों के सामने आने लगीं. मैं वापस irctc.co.in के पेज में आया...
लेकिन तब तक बेहद अहम 5-6 सेकेंड बर्बाद हो गए और तब तत्काल टिकट खत्म हो चुके थे. मेरे टिकट का वेटिंग नंबर 33 हो गया.
मेरा सवाल ये है कि 26 मई को सरकार के 48 महीने हो चुके हैं, लेकिन इसके 6 दिन बाद भी विज्ञापन, आखिर ये कब तक चलेगा?
अगर ये कंपिटीशन होता कि जो भी इन उपलब्धियों को ध्यान से पढ़ेगा, उसे कंफर्म टिकट मिलेगा, तब तो मैं पूरी तरह से रट ही जाता. लेकिन हर बार टिकट लेने के लिए साइट खोलो और विज्ञापन देखने को मजबूर किया जाए, ये तो ज्यादती है. गलती से X की जगह स्क्रीन पर छाए प्रधानमंत्री जी के फोटो पर कहीं क्लिक हो जाए, तो पूरी 48 उपलब्धियां खुल जाती हैं.
लेकिन इसमें परेशान होने वालों में मैं अकेला नहीं हूं, बल्कि लाखों-करोड़ लोग इस मुश्किल का सामना कर रहे होंगे. मेरा आग्रह है कि हमारी प्रैक्टिकल दिक्कत समझें और करोड़ों रेलवे यात्रियों की खातिर ही सही इस जगह से विज्ञापन हटा लें, ऐसी जगह विज्ञापन लगाएं जो काम में रुकावट न पैदा करे. मुझे या किसी को शायद इससे कोई ऐतराज नहीं होगा.
सादर
बिना विकल्प वाला रेगुलर रेलवे यात्री
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Published: 31 May 2018,07:43 PM IST