Home Voices Opinion इवेंट मोदी जी का था, तभी तो 35,000 फुट की ऊंचाई पर भी हो पाया योग
इवेंट मोदी जी का था, तभी तो 35,000 फुट की ऊंचाई पर भी हो पाया योग
DGCA इस तरह की एक्टिविटी पर इससे पहले कड़ी कार्रवाई करता रहा है. लेकिन देखना होगा कि क्या इस बार भी ऐसा कुछ होता है?
प्रशांत चाहल
नजरिया
Updated:
i
फ्लाइट में योग करता चालक दल (फोटो: द क्विंट)
null
✕
advertisement
होली के मौके पर एक इंटरस्टेट फ्लाइट में क्रू मेंबर्स ने डांस किया, तो डीजीसीए (डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने एयरलाइन कंपनी ‘स्पाइसजेट’ को कारण बताओ नोटिस जारी कर दो पायलटों को निलंबित कर दिया.
इसके बाद यात्रियों की ही डिमांड पर सिंगर सोनू निगम ने फ्लाइट में एक गाना सुनाया, तो डीजीसीए ने जेट एयरवेज के चालक दल के 5 सदस्यों को विमान में सोनू निगम को गाना गाने देने का आरोप लगाकर सस्पेंड कर दिया.
डीजीसीए ने हमेशा ही इस बात पर जोर दिया है कि फ्लाइट में यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं किया जाए और ऐसी किसी भी लापरवाही से बचा जाए.
लेकिन एयरलाइंस कंपनी ‘स्पाइसजेट’ ने मंगलवार को अपनी दो घंटे वाली इंटरस्टेट उड़ानों में ‘इंटरनेशनल योगा डे’ मनाया. सभी यात्रियों को फ्लाइट में योग करवाया. वो भी 35,000 फुट की ऊंचाई पर.
कंपनी ने इस इवेंट को नाम दिया था ‘हाई ऑन योगा एट 35,000 फुट’, जिसके लिए कंपनी ने अपने ही 40 क्रू मेंबर्स की मदद ली.
इस पूरे मामले पर डीजीसीए ने खबर लिखे जाने तक कोई टिप्पणी तक नहीं की. कंपनी ने इस योग इवेंट का ऐलान हफ्ता भर पहले ही कर दिया था और रविवार व शुक्रवार को फ्लाइट में योगा क्लास का ट्रायल भी कराया था.
हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस योजना से जुड़कर उत्साहित महसूस करते हैं. पिछले साल कंपनी ने यह एक्टिविटी शुरू की थी. इसके जरिए हम अपने देश की विशिष्ट शैली ‘योग’ को प्रमोट कर रहे हैं.
<b>कमल हिंगोरानी, स्पाइसजेट के वाइस प्रेसिडेंट</b>
स्पाइसजेट कंपनी के आला अफसरों ने मंगलवार को बयान दिया कि वे योग को प्रमोट (साथ ही फ्लाइट का प्रमोशन भी) करना चाहते थे. साथ ही कहा कि वे पीएम मोदी की ‘इंटरनेशनल योगा डे’ योजना से काफी खुश हैं.
तभी तो एयरलाइन कंपनी ने डीजीसीए की पुरानी हिदायतों पर गौर नहीं किया.
35,000 फुट पर योग
एयरलाइंस कंपनी ने इस एक्टिविटी का आयोजन सदगुरु के ईशा फाउंडेशन के सहयोग से किया था. इसी संस्था ने चालक दल के सदस्यों को योग की ट्रेनिंग दी थी.
कंपनी ने अपनी बोइंग फ्लाइट्स में इस सेशन का आयोजन किया.
फ्लाइट में चालक दल ने यात्रियों को कराया 10 मिनट का योगाभ्यास.
यात्रियों ने अपनी सीट पर बैठे-बैठे किया योगाभ्यास.
कंपनी के मुताबिक, इसके लिए 40 प्रशिक्षित चालक दल तैयार किए गए थे.
हड्डियों के जोड़ों में दर्द कम करने वाले, जेटलैग घटाने वाले, मांसपेशियों और ऊर्जा प्रणाली को एक्टिव रखने वाले योगाभ्यास कराए गए.
रविवार और शुक्रवार को इसका ट्रायल किया गया था.
क्या इस पर भी कार्रवाई करेगा DGCA?
पुराने मामलों में डीजीसीए ने कड़ी कार्रवाई की थी. लेकिन इस बार अधिकतम ऊंचाई पर उड़ते विमान में योगाभ्यास कराने को डीजीसीए दरकिनार कर देगा या इस पर भी कोई कार्रवाई की जाएगी, यह देखना होगा.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)