अमरनाथ यात्रा शुरू, जानिए किस रूट से जाना है आसान

इए जानते हैं कि पहलगान या बालटाल, किस रास्ते से अमरनाथ पहुंचने में आपको कितना समय लगेगा.

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Amarnath Yatra 2019 All You Need to Know: अमरनाथ यात्रा के लिए  पहना जत्था रवाना, जानिए इससे जुड़ी सभी बातें
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Amarnath Yatra 2019 All You Need to Know: अमरनाथ यात्रा के लिए पहना जत्था रवाना, जानिए इससे जुड़ी सभी बातें
(फोटो:PTI)

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अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो चुकी है. बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहला जत्था रवाना हो चुका है. अगर आप भी बाबा के दर्शन के लिए जाना चाहते हैं, तो इसके रूट के बारे में पूरी जानकारी और हेलि‍कॉप्टर से यात्रा का रूट जान लीजिए.

अधिकारियों की मानें, तो इस बार 1,904 तीर्थयात्री इस जत्थे का हिस्सा हैं, जिसमें 330 महिलाएं और 30 बच्चे शामिल हैं. Amarnath Yatra के लिए सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. पहलगाम अमरनाथ यात्रा का बेस कैंप है और यहां से ही गुफा के लिए चढ़ाई शुरू होती है. इसके अलावा एक रास्ता बालटाल का है.

Amarnath Yatra 2019: पहलगाम या बालटाल, कौन सा रूट आसान?

जैसा कि हमने पहले ही बताया, अमरनाथ के लिए दो रूट हैं. एक पहलगाम और दूसरा बालटाल. इन दोनों जगह तक आप किसी भी वाहन से पहुंच सकते हैं, लेकिन आगे का सफर आपको पैदल ही तय करना होगा.

ये दोनों रास्ते श्रीनगर से जुड़े हैं, इसलिए अधिकतर श्रद्धालु यहीं से अपनी यात्रा की शुरुआत करते हैं. आइए जानते हैं कि पहलगान या बालटाल, किस रास्ते से अमरनाथ पहुंचने में आपको कितना समय लगेगा.

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बालटाल रूट

बालटाल से अमरनाथ की पवित्र गुफा की दूरी 14 किलोमीटर है. इससे गुफा तक पहुंचने में कम समय लगता है. ये रास्ता छोटा तो है, लेकिन बहुत कठिन भी है. इसकी चढ़ाई सीधी है, इसलिए बुजुर्ग और बीमार लोग इस रूट से नहीं जाते हैं. इससे यात्रा करने पर करीब 1 से 2 दिन लग जाते हैं. ज्यादातर लोग वापसी में इस रास्ते से आते हैं.

पहलगाम रूट

पहलगाम रूट गुफा तक पहुंचने का ऐतिहासिक रूट है. गुफा से इसकी दूरी 48 किलोमीटर है. ये रास्ता बालटाल की तरह कठिन नहीं है, लेकिन इससे पहुंचने में 3-5 दिन लगते हैं. पहलगाम से यात्रा करने पर 16 किलोमीटर बाद इसका पहला पड़ाव चंदनवाड़ी आता है, यहां तक का रास्ता लगभग सपाट है. फिर 3 किलोमीटर के बाद पिस्सू टॉप और 9 किलोमीटर बाद तीसरा पड़ाव शेषनाग है.

इसके बाद पंचतरणी आता है, जिसकी शेषनाग से दूरी 14 किलोमीटर है. ये आखिरी पड़ाव है और पंचतरणी से गुफा 6 किलोमीटर दूर है.

हवाई यात्रा की खास बातें

अमरनाथ यात्रा के लिए हेलि‍कॉप्टर सर्विस की ऑनलाइन बुकिंग 27 अप्रैल 2019 से ही शुरू हो चुकी है. तीर्थ यात्री हेली-ऑपरेटर्स की वेबसाइट पर जाकर टिकट बुक करा सकते हैं.

नीलग्रथ-पंजतारनी-नीलग्रथ के लिए ग्लोबल वेक्टरा हेलीकॉर्प लिमिटेड और हिमालया हेली सर्विस प्राइवेट लिमिटेड से व्यवस्था की गई है. वहीं पहलगाम-पंजतारनी-पहलगाम के लिए यूटीएयर इंडिया लिमिटेड की ओर से व्यवस्था की गई है. हवाई यात्रा करने के लिए यात्रियों के पास हेल्थ सर्टिफिकेट होना जरूरी है.

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