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Vrat And Festivals In May 2024: वैशाख माह हिंदू नववर्ष का दूसरा महीना होता है. इस माह में भगवान विष्णु की पूजा-उपासना की जाती है, ऐसी मान्यता है कि इस माह में भगवान बुद्ध और भगवान परशुराम का जन्म भी हुआ था. धार्मिक दृष्टि से यह माह बेहद खास होता है. इसी माह मेंअक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) मनाया जाता है. अक्षय तृतीया को बहुत शुभ दिन माना जाता है और इस दिन शुभ कार्यों से लेकर शुभ धातुओं की खरीदारी का बहुत महत्व है.
इसके अलावा मई माह में कई महत्वपूर्ण व्रत (Vart) और त्योहार (Tyohar) आते हैं. आइए जानते हैं मई में माह में कब और सा व्रत और त्योहार (Vart and Tyohar in May) कब मनाया जाएगा. देखें मई माह में पड़ने वाले सभी व्रत व त्योहारों की लिस्ट.
हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 24 अप्रैल को सुबह 5 बजकर 18 से मिनट से शुरू हो गई और इस तिथि का समापन 25 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 46 मिनट पर होगा. वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का सूर्योदय 24 अप्रैल बुधवार को हुआ था. इस दिन से ही वैशाख माह की शुरुआत हो चुकी और इस माह का समापन 23 मई को होगा.
1 मई को मासिक कालाष्टमी, मासिक कृष्ण जन्माष्टमी और मजदूर दिवस मनाया जाएगा.
4 मई को भगवान विष्णु को समर्पित बरुथिनी एकादशी है. इसके अलावा इसी दिन वल्लभाचार्य जयंती भी मनाई जाएगी.
5 मई को प्रदोष व्रत रखा जाएगा.
6 मई को मासिक शिवरात्रि और रबींद्रनाथ टैगोर जयंती है.
8 मई को वैशाख अमावस्या है, मासिक कार्तिगाई है.
10 मई को परशुराम जयंती ममनाई जाएगी और इसी दिन अक्षय तृतीया, मातंगी जयंती और रोहिणी व्रत रखा जाएगा.
11 मई को विनायक चतुर्थी है.
12 मई को शंकराचार्य जयंती, सूरदास जयंती, रामानुजन जयंती और मातृ दिवस है.
13 मई को स्कन्द षष्ठी है
14 मई को गंगा सप्तमी और वृषभ संक्रांति मनई जाएगी.
15 मई को मासिक दुर्गाष्टमी और बगलामुखी जयंती है.
16 मई को सीता नवमी है.
18 मई को महावीर स्वामी कैवल्य ज्ञान दिवस है.
19 मई को मोहिनी एकादशी और परशुराम द्वादशी मनाई जाएगी.
20 मई को प्रदोष व्रत है. इस व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा होती है.
21 मई को नरसिंह और छिन्नमस्ता जयंती मनाई जाएगी.
23 मई को वैशाख और बुद्ध पूर्णिमा है, इसके अलावा इसी दिन कूर्म जयंती मनाई जाएगी.
26 मई को एकदन्त संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी.
30 मई को कालाष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी, इसी दिन काल भैरव देव की पूजा की जाएगी.
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