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इस साल गणेश पूजा 13 सितंबर से शुरू होने जा रही है. विघ्नहर्ता कहलाने वाले गणपति बप्पा का ये त्योहार 23 सितंबर तक मनाया जाएगा.
गणेश चतुर्थी देश के कई हिस्सों में धूमधाम से मनाई जाती है. महाराष्ट्र में इसकी ज्यादा धूम देखी जाती है. पुराणों के अनुसार, इसी दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था. इस दिन विशेष तौर पर गणेशजी की पूजा की जाती है.
इस त्योहार में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की जाती है. 9 दिनों तक पूजा चलती है. 10वें दिन धूमधाम और गाजे-बाजे के साथ गणेश की प्रतिमा को विसर्जित कर दिया जाता है.
भगवान गणेश विघ्नहर्ता कहलाते हैं. ऐसा माना जाता है कि इन दस दिनों में गणपति बप्पा भक्तों को आशीर्वाद देकर उनकी परेशानियों को दूर करते हैं. कई लोग गणेश उत्सव के दौरान व्रत रखते हैं और सुबह-शाम को पूरे विधि-विधान से गणपति की पूजा-अर्चना करते हैं.
पुराणों के अनुसार, गणपति का जन्म दोपहर में हुआ था, इसलिए उनकी प्रतिमा की स्थापना भी इसी समय की जानी चाहिए. गणपति की मूर्ति को आसन पर रखने के बाद अक्षत आदि पूजा की सामग्री अर्पित करते हैं.
भगवान गणपति की प्रतिमा को सिंदूर लगाया जाता है. साथ ही उन्हें दूर्वा अर्पित करने का विधान है.
पूजा के समय इस मंत्र का जाप करें:
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा
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