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Muharram 2023 Messages Quotes: देश में आज 29 जुलाई के दिन मुहर्रम मनाया जा रहा है. इस पर्व के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग हजरत इमाम हुसैन को याद करते हुए मातम मनाते हैं. इसके साथ ही आशूरा के दिन शिया समुदाय के लोग ताजिया निकालते हैं और कर्बला में पहुंचकर दफन करते हैं. ऐसे में इस मुहर्रम पर हम आपके लिए कुछ मैसेज, कोट्स लेकर आए हैं जिन्हें आप सभी के साथ शेयर कर सकते है.
1. वो जिसने अपने नाना का वादा वफ़ा कर
दिया घर का घर सुपर्द-ए-खुदा कर दिया
नोश कर लिया जिसने शहादत का जाम
उस हुसैन इब्ने-अली पर लाखों सलाम!!!
2. फिर आज हक के लिए, फिर आज हक के लिए जान फिदा करे कोई
वफा भी झूम उठे यूं, वफा करे कोई,
नमाज 1400 सालों से इंतजार में है,
हुसैन की तरह मुझ को अदा करे कोई.
3.कत्ल-ए-हुसैन असल में मार्ग-ए-यजीद है
इस्लाम ज़िंदा होता है हर करबला के बाद.
4. आंखों को कोई ख्वाब,
आंखों को कोई ख्वाब तो दिखाई दे,
तसबरा में इमाम का जलवा दिखाई दे,
ऐ इब्न-ए-मुर्तज़ा तेरे सामने सूरज भी एक छोटा सा जर्रा दिखाई दे.
5. सिर गैर के आगे न झुकाने वाला
और नेजे पर भी कुरान सुनाने वाला
इस्लाम से क्या पूछते हो कौन हुसैन?
हुसैन है इस्लाम को बनाने वाला.
6. जन्नत की आरजू में कहां जा रहे हैं लोग,
जन्नत तो करबाला में खरीदी हुसैन ने,
दुनिया-ओ-आंखिरत में जो रहना हो चैन से
जीना अली से सीखो मरना हुसैन से.
7. कर्बला वालों का गम
करबला वालों का गम घर घर में मनाया जाएगा
मक्सद-ए-शबीर आलम को बताया जाएगा
याद कर के जो ना रोया करबला वालों की प्यास
कब्र से तिश्ना वो मेहशर में उठाया जाएगा,
8. सजदे से कर्बाला को बंदगी मिल गई
सबर से उम्मत को जिंदगी मिल गई,
एक चमन फतीमा का उजड़ा मगर
सारे इस्लाम को जिंदगी मिल गई.
9. यूं ही नहीं चर्चा हुसैन का,
कुछ देख के हुआ था जमाना हुसैन का
सर दे के दो जहां की हुकूमत खरीद ली
महंगा पड़ा यजीद को सौदा हुसैन का.
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