रमजान में उपवास घंटे भी पूरे महीने में कुछ मिनटों में बदल जाते हैं.
क्विंट हिंदी
धर्म और अध्यात्म
Published:
i
Ramadan 2020: दुनिया भर में रोजे के घंटे
(फोटो:Pixabay)
✕
advertisement
रमजान का पाक महीना शुरू हो चुका है. इस्लामी कैलेंडर के नौवें महीने में रमजान मनाया जाता है. इसे मौसम-ए-बहार या नेकियों का महीना नाम से भी जाना जाता है. रमजान के आखिरी दिन मुस्लिम धर्म का सबसे पड़ा त्योहार ईद-उल-फितर मनाया जाता है. इसे मीठी ईद भी कहते हैं.
रोजा रखने के लिए सूर्योदय से पहले सहरी खाई जाती है और पूरे दिन ना कुछ खाया जाता है और ना ही पिया जाता है. सूरज ढलने के बाद मगरिब की आजान होने पर रोजा खोला जाता है, जिसे इफ्तार कहते हैं. जो लोग रोजा रखते हैं वे 5 वक्त की नमाज भी अदा करते हैं.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
पिछले साल, दुनिया भर में रोजे के घंटे 11 से 20 तक थे, इसी समय को 2020 में माना जा रहा है. क्योंकि रोज सूरज के उगने और ढलने के समय में अंतर होता है. लिहाजा रोजे के समय में भी पूरे महीने में कुछ मिनटों का अंतर आता रहता हैं. महीने के अंत तक कुछ देशों में शुरुआत की तुलना में दिन थोड़ा लंबा होगा और दूसरों में कम होगा.
नीचे दुनिया भर के शहरों में रोजे के घंटों की संख्या का अनुमान लगाया गया है. वास्तविक रोजे के घंटे और समय दिन के मुताबिक अलग-अलग होंगे साथ ही गणना के तरीके भी अलग होंगे.