advertisement
विजयादशमी का त्योहार महानवमी के दूसरे दिन मनाया जाता है. इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाते हैं.
शारदीय नवरात्रि के नौ दिनों तक रामलीला का आयोजन होता है, जिसमें भगवान श्रीराम की पूरी कहानी को दिखाया जाता है. नवमी के बाद दशमी को रावण दहन किया जाता है. दशहरा वाले दिन रावण के साथ कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों को भी जलाया जाता है.
विजय दशमी, जिसे दशहरा के नाम से भी जाना जाता हैं, इस साल 8 अक्टूबर को है.
रावण दहन का शुभ मुहूर्त - 8 अक्टूबर 2019 को दोपहर 14:05:40 से 14:52:29 तक
दशहरा विजय मुहूर्त- दोपहर 2 बजकर 4 मिनट से 2 बजकर 50 मिनट तक (8 अक्टूबर 2019)
दशहरा अपराह्न पूजा समय- दोपहर 1 बजकर 17 मिनट से 3 बजकर 36 मिनट तक (8 अक्टूबर 2019)
दशमी की शुरुआत 7 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 37 मिनट से है, जबकि समापन 8 अक्टूबर दोपहर 2 बजकर 50 मिनट पर है.
दशहरे के दिन भगवान श्रीराम ने दस सिरों वाले दानव रावण का वध किया था. इस त्योहार को दशहरा के नाम से भी जानते हैं. दशहरा को बुराई पर अच्छाई के जीत के तौर पर भी मनाया जाता है.
इस दिन रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले फूंके जाते हैं. इससे लोगों को संदेश मिलता है कि किस तरह से भगवान राम ने रावण को मारकर बुराई का अंत किया. भारत में दशहरा कई राज्यों में मनाया जाता है, हालांकि उत्तर भारत में इसका विशेष महत्व है.
पुराणों के मुताबिक, रावण ने माता सीता का हरण कर लिया था. तब भगवान राम सीता को खोजते हुए लंका पहुंचे थे. इसके बाद श्रीराम और रावण में भयंकर युद्ध हुआ था. इसी दौरान भगवान राम ने रावण का वधकर सीता जी को उसकी कैद से छुड़ाया था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)