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इस साल जून का महीना ग्रहण के लिहाज से बेहद खास है. 5 जून को हुए चंद्र ग्रहण के बाद 21 जून को सूर्य ग्रहण होने वाला है. सूर्य ग्रहण एक ऐसी अद्भुत घटना है जिसमें कुछ देर के लिए चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढंक लेता है.
यह पूर्ण ग्रहण होता है. मगर आंशिक और कुंडलाकार ग्रहणों में सूर्य का केवल कुछ हिस्सा ही ढंकता है. 21 जून का ग्रहण भी एक कुंडलाकार ग्रहण होने वाला है. इसे एन्यूलर सूर्य ग्रहण भी कहा जाता है. इस साल पहले ही दो चंद्र ग्रहण देखे जा चुके हैं. पहला 10 जनवरी और दूसरा 5 जून को देखा गया.
जिस तरह भारत में सूर्य ग्रहण का यह अद्भुत नजारा दिखाई देगा इसी तरह कई अन्य देशों में भी यह देखा जा सकेगा. यह मध्य अफ्रीकी गणराज्य, कांगो, इथियोपिया, पाकिस्तान, भारत और चीन सहित अफ्रीका के कुछ हिस्सों में भी यह ग्रहण दिखाई देगा.
आंशिक ग्रहण 21 जून को सुबह 9:15 बजे शुरु होगा. वहीं पूर्ण ग्रहण सुबह 10:17 बजे दिखाई देगा. इसके अलावा पूर्ण ग्रहण दोपहर 14:02 बजे खत्म होगा और आंशिक ग्रहण दोपहर 15:04 बजे तक समाप्त होगा.
सूर्य ग्रहण 21 जून की सुबह लगेगा इसलिए ग्रहण का सूतक काल 20 जून को शनिवार रात 21:52 बजे से आरंभ हो जायेगा और 21 जून को 13:49 पर समाप्त होगा.
ग्रहण से पूर्व लगने वाले सूतक काल में कोई भी धार्मिक कार्य नहीं किए जाते हैं. इस दौरान मंदिर के कपाट भी बंद हो जाते हैं. इस दौरान अग्निकर्म भी नहीं किए जाते हैं कहा जाता है ऐसा करने से अग्निदेव नाराज होते हैं.
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