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नए साल का आगाज होते ही ग्रहण भी दस्तक देने वाला है. 2019 के पहले महीने में ही दो ग्रहण पड़ने वाले हैं. इस साल पहला ग्रहण 6 जनवरी को लगेगा. ये आंशिक सूर्यग्रहण होगा, जिसे भारत में नहीं देखा जा सकेगा. वहीं जनवरी के तीसरे हफ्ते में चंद्रग्रहण भी लगेगा. खास बात ये है कि इसे भी भारत में नहीं देखा जा सकेगा.
सूर्य ग्रहण वो स्थिति है, जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से होकर गुजरता है. ऐसे में पृथ्वी से देखने पर, सूर्य पूरी तरह या आंशिक रूप से चंद्रमा से ढक जाता है.
भौतिक विज्ञान की नजर से जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है, तो चंद्रमा के पीछे सूर्य का बिंब कुछ समय के लिए ढक जाता है, उसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है.
पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करती है और चांद पृथ्वी की. कभी-कभी चांद, सूरज और धरती के बीच आ जाता है. फिर वह सूरज की कुछ या सारी रोशनी रोक लेता है, जिससे धरती अंधेरा छा जाता है. यह स्थिति हमेशा अमावस्या पर बनती है.
चंद्रमा जब भी पृथ्वी की ओट में आता है, तो चंद्र ग्रहण की स्थिति बनती है. उस स्थिति में सूर्य एक तरफ, चंद्रमा दूसरी तरफ और पृथ्वी बीच में होती है. जब चंद्रमा धरती की छाया से निकलता है, तो चंद्रग्रहण पड़ता है.
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