मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Zindagani Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Dharma our aadhyatma  Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Ramadan moon sighting 2024: रमजान का चांद कब दिखेगा, पहला रोजा कब रखा जाएगा

Ramadan moon sighting 2024: रमजान का चांद कब दिखेगा, पहला रोजा कब रखा जाएगा

Ramadan moon sighting 2024: रमजान के महीने में 30 दिनों तक रोजा रखा जाता हैं इस दौरान मुसलमान सूर्य निकलने के बाद और सूर्य अस्त होने से पहले अन्न ग्रहण नहीं करते है.

अंशुल जैन
धर्म और अध्यात्म
Published:
<div class="paragraphs"><p>Ramadan 2024</p></div>
i

Ramadan 2024

(फोटो:Pixabay)

advertisement

Ramadan moon sighting 2024: मुस्लिम (Muslim) समुदाय का सबसे पाक (पवित्र) रमजान का महीना भारत में इस साल 11 या 12 मार्च से शुरू होने की उम्मीद है. अगर 11 मार्च को चांद नजर आता है, तो ऐसे में 12 मार्च को पहला रोजा रखा जा सकता है. यदि चांद नहीं नजर आया तो पहला रोजा बुधवार 13 मार्च को रखा जाएगा.

रमजान के महीने में 30 दिनों तक रोजा रखा जाता हैं इस दौरान मुसलमान सूर्य निकलने के बाद और सूर्य अस्त होने से पहले अन्न ग्रहण नहीं करते है. इसके अलावा पूरे महीने अपने विचारों में शुद्धता और अपनी बातों से किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते है.

इस एक महीने में रोजे के दौरान सभी तय वक्त पर सुबह को सहरी और शाम को इफ्तार करते हैं. रोजे में सहरी और इफ्तार दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं. सुबह सूरज निकलने से पहले सहरी का समय होता है. इस दौरान लोग खाते-पीते हैं. इसके बाद सुबह फज्र की अजान के साथ रोजा शुरू होता है और सूरज ढलने के बाद मगरिब की अजान होने पर रोजा खोला जाता है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

ईद कब मनाई जाएगी

रमजान का महीना खत्म होने के साथ ही ईद का त्योहार मनाया जाएगा. इस त्योहार को ईद या ईद-उल-फितर कहा जाता है जो कि 10 या 11 अप्रैल, 2024 को मनायें जाने की उम्मीद है, दरअसल ईद की तारीख चांद दिखने की तारीख पर निर्भर करती है.

रमजान में तीन अशरे क्या

रमजान के महीने में 3 अशरे होते हैं. पहला अशरा रहमत का होता है, दूसरा अशरा मगफिरत यानी गुनाहों की माफी का और तीसरा अशरा जहन्नम की आग से खुद को बचाने के लिए होता है.

ऐसा माना जाता है कि रमजान के महीने को लेकर पैगंबर मोहम्मद साहब ने कहा था कि रमजान की शुरुआत में रहमत है, बीच में मगफिरत यानी माफी है और इसके अंत में जहन्नम की आग से बचाव है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT