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भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में 23 मार्च का दिन बेहद अहम है. इसी दिन नौजवान क्रांतिकारी भगत सिंह को राजगुरु और सुखदेव के साथ फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया गया था. सिर्फ 23 साल की उम्र में भगत सिंह देश के लिए शहीद हो गए. अपने देश को अंग्रेजों से आजाद कराने की लड़ाई लड़ने वाले भगत सिंह के क्रांतिकारी विचार पढ़िए
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