वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को संसद में आगामी वित्त वर्ष 2020-21 के लिए आम बजट पेश किया. इस दौरान उन्होंने कहा, ''इस बजट में तीन बिंदुओं पर फोकस किया जा रहा है- उम्मीदों का भारत, इकोनॉमिक डेवलेपमेंट और केयरिंग समाज.''
इस बजट के हिसाब से सरकार ने कमाई और खर्च की योजना किस तरह बनाई है, आइए एक रुपये के उदाहरण से इसे समझते हैं कि अगर पूरा बजट एक रुपया है तो वो एक रुपया सरकार के पास आएगा कहां से और जाएगा कहां?
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कहां से आएगा रुपया?
- उधारी और दूसरी देनदारी- 20 फीसदी
- कॉरपोरेशन टैक्स- 18 फीसदी
- इनकम टैक्स- 17 फीसदी
- कस्टम्स- 4 फीसदी
- केंद्रीय एक्साइज ड्यूटी- 7 फीसदी
- जीएसटी और दूसरे टैक्स- 18 फीसदी
- नॉन-टैक्स रेवेन्यू- 10 फीसदी
- बाकी- 6 फीसदी
कहां खर्च होगा रुपया?
- टैक्स और ड्यूटीज का राज्यों का हिस्सा- 20 फीसदी
- इंटरेस्ट पेमेंट- 18 फीसदी
- सेंट्रल सेक्टर स्कीम- 13 फीसदी
- फाइनेंस कमीशन और दूसरे ट्रांसफर- 10 फीसदी
- केंद्र प्रायोजित योजनाएं- 9 फीसदी
- डिफेंस- 8 फीसदी
- सब्सिडी- 6 फीसदी
- पेंशन- 6 फीसदी
- दूसरे खर्च- 10 फीसदी
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टॉपिक: निर्मला सीतारमण बजट 2020
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