देश में 30 लाख डेबिट कार्ड के एटीएम फ्रॉड का शिकार होने की खबर चौंकाने वाली ही नहीं, डराने वाली भी है. वैसे तो ये संख्या देश के करीब 60 करोड़ डेबिट कार्ड का सिर्फ आधा परसेंट है, लेकिन इसने एक बड़े खतरे का इशारा कर दिया है.
साफ हो गया है कि डेबिट कार्ड पर अब सिर्फ स्कीमिंग या क्लोनिंग का जोखिम नहीं है, बल्कि जालसाज अब मैलवेयर (जालसाजी करने के मकसद से विकसित होने वाले सॉफ्टवेयर) की मदद से बैंकों के पेमेंट सिस्टम में भी घुसपैठ कर एटीएम कार्ड की जानकारी हासिल करने में कामयाब हो सकते हैं.
ऐसे में बैंक और पेमेंट सिस्टम विकसित करने वाली कंपनियां अपनी तरफ से एटीएम कार्ड को सुरक्षित बनाने के उपाय तो करेंगी ही, लेकिन तब तक हम और आप अपने कार्ड का दुरुपयोग होने से कैसे बचाएं, ये जानना भी जरूरी है.
डेबिट कार्ड फ्रॉड का शिकार होने से बचने के लिए कुछ आसान से उपाय आपको करने होंगे और इन्हें अपनी आदत में शुमार करना होगा. देखते हैं क्या हैं ये उपाय:
तरीका नं. 1
कोशिश करें कि आप अपने डेबिट कार्ड का इस्तेमाल उन्हीं एटीएम पर करें जो बैंक की शाखाओं में हैं. बैंक के अंदर लगी एटीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ होने की आशंका कम होती है. वहीं अगर आप किसी पेट्रोल पंप, रेस्टोरेंट या शॉपिंग कॉम्पलेक्स में लगे एटीएम का इस्तेमाल करते हैं, तो वहां आपके डेबिट कार्ड के जोखिम में होने की आशंका बढ़ जाती है.
तरीका नं. 2
नियमित तौर पर अपना डेबिट कार्ड पिन बदलते रहें. अगर आप हर 2-3 महीने पर अपना पिन बदलते रहें, तो काफी अच्छा रहेगा. पिन बदलने की सुविधा एटीएम मशीनों में ही होती है, इसके लिए आपको कहीं और जाने की जरूरत भी नहीं है. अपने पिन को याद करके रखें, कहीं लिखकर नहीं. कई लोग अपने डेबिट कार्ड पर ही पिन लिखकर रखते हैं, ये बेहद खतरनाक हो सकता है.
तरीका नं. 3
चाहे आप रेस्टोरेंट में खाने का बिल चुका रहे हों या मॉल में अपनी शॉपिंग का, कभी भी अपना डेबिट कार्ड अपनी आंखों से ओझल ना होने दें. हो सकता है कि आपकी लापरवाही से आपके कार्ड की क्लोनिंग हो जाए और फिर जालसाज उसका दुरुपयोग कर लें. हां, अगर आपको कार्ड स्वाइपिंग मशीन में कुछ भी संदेहास्पद या अलग लगे तो कार्ड का इस्तेमाल ना करें और इसकी जानकारी संबंधित बैंक को जरूर दें.
तरीका नं. 4
एटीएम से पैसे निकालने के अलावा किसी भी दूसरी जगह जब आप डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करें (खासकर ऑनलाइन शॉपिंग में) तो वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी), डेबिट कार्ड ग्रिड या थ्री डी सिक्योरिटी पिन सर्विस की सुविधा जरूर लें. ये आपके बैंकिंग ट्रांजेक्शन को अतिरिक्त सुरक्षा स्तर देते हैं, ताकि आपका डेबिट कार्ड आपकी जानकारी के बिना कहीं इस्तेमाल ना हो सके.
तरीका नं. 5
अपने डेबिट कार्ड ट्रांजेक्शंस के लिए एसएमएस और ईमेल अलर्ट की सर्विस जरूर लें. अगर आपने कोई ट्रांजेक्शन नहीं किया हो और ऐसा कोई एसएमएस आपके पास आता है, तो बैंक को इसकी सूचना तुरंत दें और अपना कार्ड ब्लॉक करा दें.
तरीका नं. 6
नियमित तौर पर अपने बैंक खाते का स्टेटस जांचते रहें. हो सकता है कि नेटवर्क की दिक्कत की वजह से आपको कोई ट्रांजेक्शन एसएमएस न मिला हो. स्टेटस जांचने से आपको पता चल जाएगा कि कोई ऐसा ट्रांजेक्शन तो नहीं हुआ, जो आपने न किया हो.
तरीका नं. 7
अगर आपको जरा सा भी संदेह हो कि आपका डेबिट कार्ड की सुरक्षा खतरे में है या कार्ड के खो जाने या चोरी हो जाने पर उसे तुरंत ब्लॉक कराएं और अपने बैंक से नया डेबिट कार्ड इश्यू करने को कहें. एहतियात के तौर पर अपने मोबाइल फोन में बैंक के कॉन्टैक्ट नंबर जरूर रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर आप उन्हें ढूंढते ना फिरें.
तरीका नं. 8
अगर आप अपने पैसे को अलग-अलग बैंक एकाउंट में रख सकें, तो ये आपकी गाढ़ी कमाई को जालसाजों के हाथ में जाने से बचा सकता है. बदकिस्मती से अगर आपका कार्ड जालसाजी का शिकार हो भी जाता है, तो आपके सारे पैसे डूबने का खतरा नहीं रहेगा.
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