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क्यों 500 और 2000 रुपये के नए नोट की नकल नहीं हो सकती?

500 और 2000 रुपये के 9.92 करोड़ रुपये 27 जनवरी तक सर्कुलेशन में हैं

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आरबीआई ब्याज दर में बदलाव न करते हुए और पैसे निकालने की सीमा पर रोक लगाते हुए आम पब्लिक को बड़ी खुश खबरी दी है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरबीआई अधिकारियों ने कई सवालों के जवाब देते हुए इस बात पर से भी परदा उठाया है कि 500 और 2 हजार रुपये के नए नोट को कॉपी क्यों नहीं किया जा सकता है.

'फोटोकॉपी हो सकती है, कॉपी नहीं'

आरबीआई अधिकारियो से जब पूछा गया कि नोटबंदी का एक मकसद नकली नोटों को मार्केट से खत्म करना भी था, लेकिन उसके बावजूद कई जगह नकली नोटों की बात सामने आई है. इस पर आरबीआई के डेप्युटी गवर्नर ने कहा, '500 और 2000 के नोट की कॉपी करना बेहद मुश्किल है, क्योंकि उसमें सिक्योरिटी फीचर बढ़ाए गए हैं. नए नोटों को फोटोकॉपी किया जा सकता है. पिछले दिनों नकली नोटों के मामले भी फोटोकॉपी वाले ही थे.'

9.92 लाख करोड़ रुपये सर्कुलेशन में

आरबीआई के डेप्युटी गवर्नर ने बताया कि 500 और 2000 रुपये के 9.92 लाख करोड़ रुपये सर्कुलेशन में हैं. उन्होंने बताया कि यह आंकड़ा 27 जनवरी 2017 तक का है. नोटबंदी के पहले करीब 15.44 लाख करोड़ रुपये सर्कुलेशन में थे.

ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं

रिजर्व बैंक ने मुद्रस्फीति का जोखिम बढ़ने का खतरा देखते हुए ब्याज दरों में कोई बदलाव न करते हुए इसे 6.25 प्रतिशत पर पहले जैसा ही रखा. नोटबंदी के असर के बीच चालू वित्त वर्ष की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान भी घटाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया है. उद्योगों और कारोबारियों को खासतौर से नोटबंदी को देखते हुये मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दर में कटौती की काफी उम्मीद थी.

पैसे निकालने की सीमा होगी खत्म

इसके साथ साथ RBI ने कहा कि 13 मार्च से कैश निकालने की लिमिट खत्म कर दी जाएगी. वहीं 20 फरवरी से सेविंग अकाउंट से रुपये निकालने की सीमा 50 हजार रुपये बढ़ा दी गई है. लोगों को कैश निकालने की दिक्कतों को देखते हुए आरबीआई के इस कदम को भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

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