रामायण में एक प्रसंग का वर्णन है. जब रावण मृत्यु शय्या पर था, तब श्रीराम ने लक्ष्मण को उसके पास ज्ञान प्राप्ति के लिए भेजा था. महापंडित रावण ने जो ज्ञान लक्ष्मण को दिया था, उनमें सबसे पहला ज्ञान था, ‘शुभस्य शीघ्रम, अशुभस्य कालहरणम्’. इसका मतलब है कि शुभ काम को जितनी जल्दी हो, कर डालना चाहिए और अशुभ काम को जितना टाल सकते हों, टाल देना चाहिए.
हमारे-आपके करोड़पति बनने का फॉर्मूला भी रावण के इसी ज्ञान में है कि समृद्धि के शुभ काम को जितनी जल्दी करें, उतना बेहतर है. आज के फाइनेंशियल प्लानर भी इसी फॉर्मूले को अपनाने की सलाह देते हैं.
करोड़पति बनने का करिश्मा-करीना मॉडल
जाने-माने बाजार विशेषज्ञ रमेश दमानी (जिन्हें उनके परिचित दलाल स्ट्रीट का नवाब कहते हैं) भी एक अनोखे तरीके से इस फॉर्मूले को समझाते हैं. उन्होंने इसे निवेश का करिश्मा-करीना मॉडल कहा है. वैसे इस मॉडल का करिश्मा और करीना कपूर से कोई सीधा संबंध नहीं है. लोगों को आसानी से समझाने के लिए इसका नाम ऐसा रखा गया है.
करिश्मा का जन्म 1974 में हुआ, जबकि उनकी छोटी बहन करीना का जन्म 1980 में, यानी करीना करिश्मा से 6 साल छोटी हैं. मान लीजिए दोनों बहनों ने एक साथ साल 2000 में अपने निवेश की शुरुआत की. उन्होंने हर महीने 10,000 रुपये का निवेश शुरू किया और 15 साल तक लगातार करती रहीं.
अगर उन्हें सालाना 12 प्रतिशत का रिटर्न मिला है, तो 15 साल के बाद उनके निवेश की वैल्यू हुई 50.45 लाख रुपये. यानी 2015 में करिश्मा और करीना दोनों के पास एक बराबर रकम थी. लेकिन इस वक्त करिश्मा की उम्र थी 41 साल और करीना की 35 साल. अब अगर करीना 41 साल की उम्र तक सिर्फ इसी निवेश को जारी रखती हैं और सालाना रिटर्न 12 परसेंट ही है, तो उन्हें मिलेंगे करीब 1 करोड़ रुपये. जी हां, करिश्मा ने 41 साल की उम्र तक अपने निवेश से कमाए 50 लाख, लेकिन उनकी बहन को इसी उम्र तक मिल जाएंगे करीब 1 करोड़ रुपये.
(देखें ग्राफिक्स) यही है ‘शुभस्य शीघ्रम‘ का कमाल या चक्रवृद्धि ब्याज का जादू.
11,000 से भी कम में हो जाएगा काम
साफ है कि आप जितनी जल्दी अपने निवेश की शुरुआत करेंगे, आपके लिए ज्यादा से ज्यादा पैसे जुटाना उतना आसान हो जाएगा और भविष्य की चिंता कम होगी. अब अगर हम आपको ये कहें कि करोड़पति बनना बेहद आसान है, तो आप इस पर विश्वास करने लगेंगे, क्योंकि आपको हर महीने 11,000 रुपये से भी कम बचाने हैं और उन्हें निवेश करना है. (देखें ग्राफिक्स)
यानी, अगर आज आपकी उम्र 25 साल है, तो 45 साल की उम्र तक आप करोड़पति बन चुके होंगे. याद रखिए कि चक्रवृद्धि ब्याज का कमाल तभी दिखता है, जब आप अपने पैसे को बढ़ने के लिए ज्यादा समय देते हैं. इसके लिए जरूरी है कि आपके निवेश की रणनीति सही हो. इसके लिए आपको अभी से इक्विटी और डेट में सही अनुपात में निवेश शुरू करना होगा. इक्विटी इसलिए जरूरी है, क्योंकि ये आपको लंबी अवधि में महंगाई दर को मात देकर निवेश की वैल्यू बढ़ाने में मदद करेगा.
इक्विटी में कितना निवेश करें, इसका एक आसान सा गुरुमंत्र है. अपनी मौजूदा उम्र को 100 में से घटाएं और जितना आए, अपनी निवेश राशि का उतना परसेंट इक्विटी में लगाएं. मसलन, अगर आपकी उम्र 25 साल है तो आप इक्विटी में 75 परसेंट निवेश कर सकते हैं.
इस हिसाब से उम्र बढ़ने के साथ-साथ इक्विटी में आपका निवेश कम होता जाएगा और डेट में बढ़ता जाएगा. निवेश बिलकुल अनुशासन के साथ करें. साथ ही हमारा सुझाव होगा कि आप एसआईपी यानी सिस्टैमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान अपनाएं. ये आपको निवेश के मामले में अनुशासित बना देगा और करोड़पति भी.
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