ADVERTISEMENTREMOVE AD

बिटकॉइन के बारे में जान लीजिए ये 5 बातें, लग सकता है टैक्स और GST

बिटकॉइन दुनिया की सबसे पहली और सर्वाधिक प्रचलित क्रिप्टोकरेंसी है.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने 16 फरवरी को पहली बार 50,000 डॉलर का भाव छू लिया. दुनिया भर के निवेशकों में बढ़ते क्रिप्टोकरेंसी के लिए स्वीकार्यता के बीच भारत सरकार ने ऐसी सारी मुद्राओं पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लगभग कर लिया है. आइए समझते हैं क्या है बिटकॉइन और इससे जुड़ी अहम बातें-

ADVERTISEMENTREMOVE AD

क्या है बिटकॉइन?

बिटकॉइन एक तरह की डिजिटल करेंसी या मुद्रा है. इसका इस्तेमाल पैसे की तरह ही वस्तुओं और सेवाओं की खरीद के लिए किया जा सकता है. बिटकॉइन या कोई भी अन्य क्रिप्टोकरेंसी किसी सरकार, संस्था या व्यक्ति के हाथों में केंद्रित नहीं रहती. क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग तकनीक से विकसित किए जाते हैं. इस प्रक्रिया में कंप्यूटर और गणित के काफी जटिल समस्याओं को सुलझाना होता है. वर्तमान में बिटकॉइन, डिजिटल करेंसी का व्यापार के माध्यम के तौर पर काफी सीमित इस्तेमाल होता है. लेकिन निवेश के संदर्भ में भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए लोग बिटकॉइन में बड़ा भरोसा दिखा रहे हैं.

बिटकॉइन में निवेश के बारे में 5 बड़ी बातें-

वित्त वर्ष 2020-21 में बिटकॉइन में निवेश करने वालों के लिए एक बुरी खबर आई है. बिजनेस स्टैण्डर्ड में 17 फरवरी को आई खबर के मुताबिक सरकार बिटकॉइन पर इनकम टैक्स और GST दोनों लगा सकती है. निवेश से होने वाली कमाई पर इनकम टैक्स लगाया जा सकता है. वहीं बिटकॉइन को फाइनेंशियल सर्विसेज की केटेगरी में रखा जा सकता है, जिससे मिली कमीशन पर 18% GST संभावित है.

वित्त वर्ष 2020-21 से पहले 2018 में RBI के बैंकों को निर्देश से भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश लगभग रुक गया था. हालांकि सर्वोच्च न्यायालय ने मार्च 2020 में RBI के सर्कुलर को खारिज कर दिया जिससे निवेशकों के लिए क्रिप्टोकरेंसी में निवेश फिर आसान हो गया.

भारत सरकार आने वाले दिनों में बिटकॉइन समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने के लिए बजट सत्र में ही 'क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ डिजिटल ऑफिशियल करेंसी बिल, 2021' लाने की तैयारी में है. ब्लूमबर्ग क्विंट के 11 फरवरी की रिपोर्ट में बताया गया कि बिटकॉइन निवेश से निकलने के लिए इन्वेस्टर्स को 3 या 6 महीनों का समय दिया जा सकता है.

RBI द्वारा भारत में अपनी एक अपनी डिजिटल करेंसी लाने पर विचार किया जा रहा है. बिटकॉइन जैसी नियंत्रण मुक्त करेंसी की चिंताओं से दुनिया भर के काफी सेंट्रल बैंकों में इस तरह का एक रुख दिखा है. ऐसी मुद्राओं को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) कहा जा रहा है.

इसी साल बिटकॉइन अभी तक करीब 73% की तेजी दिखा चुका है. बिटकॉइन के अलावा दूसरी क्रिप्टोकरेंसीज में भी तेजी दिख रही है. फरवरी को करीब एक हफ्ते पहले ही बिटकॉइन 38 हजार डॉलर के आसपास ट्रेड कर रहा था, लेकिन अब ये 50 हजार डॉलर के पार चला गया है. फरवरी में एलोन मस्क की कंपनी टेस्ला के बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर के बड़े निवेश के बाद पूरी दुनिया का इसपर ध्यान आया है. मई 2020 में जाने माने फंड मैनेजर पॉल तुडर जोंस ने बिटकॉइन को स्टोर ऑफ वैल्यू के लिए अच्छा एसेट बताया था.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×