भारत में गोल्ड फरवरी फ्यूचर्स में सीमित दायरों में कारोबार देखने को मिला है और लगातार गिरावट के बाद 9 दिसंबर को भी कमजोरी दिख रही है. कमजोरी की वजह अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड डील पर आ रहीं मिली जुली खबरों को बताया जा रहा है.
6 दिसंबर को सोने की कीमत एक ही दिन में करीब 1 परसेंट गिर गई थी. उसी दिन खबर आई थी कि अमेरिका में जॉब ग्रोथ के आकड़े पिछले 10 महीने में सबसे अच्छे रहे.
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में गोल्ड का फरवरी कॉन्ट्रेक्ट करीब 47 रुपया कमजोरी के साथ कारोबार कर रहा है. ये 0.12 परसेंट कमजोर है. सुबह एक तोला (10 ग्राम) सोने की भाव 37,652 के आसपास था.
सोने-चांदी पर एक्सपर्ट की राय
एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर कोई सोने में ट्रेडिंग करता है तो वो शॉर्ट कर सकता है. मतलब बेचकर चल सकता है. कारोबारी Rs 37,800- Rs 37,830 के रेंज में 37,900 के स्टॉपलॉस से सोने में बिकवाली कर सकते हैं. 37,550 का टारगेट रखें.
पिछले हफ्ते भी हमने देखा था कि गोल्ड और सिल्वर के भाव में उतार चढ़ाव देखने को मिला था. एमसीएक्स पर सोने में 38,330 के स्तरों पर एक रजिस्टेंस देखने को मिला था, वहीं चांदी 45,100 के पार चली गई थीं.
5 महीने के बाद नवंबर में भारत ने किया सोने का सबसे ज्यादा आयात
देश में बीते महीने महंगी धातुओं के दाम में गिरावट पर लिवाली बढ़ने से सोने का आयात बढ़कर पिछले पांच महीने के सबसे ऊंचे स्तर पर चला गया. भारत ने नवंबर में 78 टन सोना आयात किया जोकि मई के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है. मई में भारत ने 106 टन सोने का आयात किया था. इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता ने बताया कि दिवाली पर सोने की अच्छी लिवाली रही और उस समय जो स्टॉक में कमी आई उसकी भरपाई हुई है, इसलिए आयात में बढ़ोतरी हुई है.
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