स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) होम लोन की चाहत रखने वालों के लिए एक दिलचस्प और फायदेमंद ऑफर लेकर आया है. SBI ने जुलाई से होम लोन के लिए रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) सुविधा नए कस्टमर्स के लिए शुरू कर दी है. ऐसी खबरें हैं कि जल्दी ही ये सुविधा पुराने ग्राहकों को भी मिलेगी. इसका मतलब है कि RBI जैसे ही रेपो रेट में बदलाव करेगा, इसका तुरंत फायदा आपके होम लोन की ब्याज दर में देखने को मिलेगा. अगर RBI ब्याज दरें कम करता है तो आपको तत्काल प्रभाव से कम EMI देनी होगी.
इकनॉमिक टाइम्स ने जब SBI चेयरमैन से पूछा कि क्या पुराने कर्ज लेने वालों को इसका फायदा मिलेगा क्या? तो उन्होंने कहा कि हम इसके बार चर्चा चल रही है.
इसी तरह जब बैंकों ने 2014 में मार्जिनल कॉस्ट पर आधारित लैंडिंग रेट तय करना शुरू किया था. तो हर बैंक ने अपने पुराने ग्राहकों को उनके कर्ज के बेस रेट से MCLR को लिंक करने के लिए स्विच करने का ऑप्शन दिया था.
- SBI का रेपो लिंक्ड लैंडिंग रेट, रेपो रेट से 2.25% ऊपर रहेगा
- अभी रेपो रेट 5.40% है, इसलिए अभी रेपो लिंक्ड लैंडिंग रेट (RLLR) 7.65% होगा
- RLLR में इसके बाद 40-55 बेसिस प्वाइंट और ब्याज बढ़ेगा
- इस तरह SBI इस स्कीम के तहत सालाना 8.05-8.20% ब्याज चार्ज करेगा.
फिलहाल MCLR ऐसे करता है काम
फिलहाल बैंकों के MCLR से लिंक होम लोन पर ब्याज दरें 8.35% से लेकर 8.90% हैं. (75 लाख तक के कर्ज पर). RBI के फरवरी में रेपो रेट घटाने के बाद SBI ने MCLR 30 बेसिस प्वाइंट घटाया है जबकि अभी तक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 110 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर दी है.
लेकिन अभी तक जब भी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट कम किया है बैंक उसको कस्टमर को जल्दी पास नहीं करते हैं.
कर्ज के डिमांड में है कमी
रजनीश कुमार बताते हैं कि इस फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में कर्ज की मांग कम रही है. लेकिन मॉनसून के बाद आने वाली तिमाही में मांग बढ़ सकती है. “सप्लाई को लेकर कोई दिक्कत नहीं है. बैंकों के पार कर्ज देने के लिए पर्याप्त पैसा है.”
SBI को उम्मीद है कि उसकी लोन ग्रोथ में इस साल उसे 12% ग्रोथ की उम्मीद है.
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