ADVERTISEMENTREMOVE AD

चंदा कोचर का ICICI बैंक से इस्तीफा मंजूर लेकिन जारी रहेगी जांच

वीडियोकॉन मामले में जांच का सामना कर रही थीं चंदा 

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

वीडियोकॉन लोन मामले में जांच का सामना कर रहीं आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ और एमडी चंदा कोचर का इस्तीफा मंजूर हो गया है. संदीप बख्शी बैंक के नए सीईओ और एमडी होंगे. वैसे चंदा कोचर के खिलाफ जांच जारी रहेगी.

वीडियोकॉन मामले में जांच पूरी होने तक वह छुट्टी पर चली गई थीं. उस दौरान संदीप बख्शी को चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (सीओओ) बनाया गया था. हालांकि उस दौरान कोचर एमडी और सीईओ बनी हुई थीं

वीडियोकॉन को कर्ज देने के मामले में फंसी थीं चंदा कोचर

चंदा कोचर के पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत के बीच कथित गठजोड़ के खिलाफ सीबीआई की जांच से उन पर दबाव काफी बढ़ गया था.

आरोप है कि धूत ने दीपक कोचर की कंपनी Nu-power को करोड़ों रुपये दिए. जबकि धूत की कंपनी को लोन के तौर पर आईसीआईसीआई से मिला 3250 करोड़ रुपये का लोन एनपीए में तब्दील हो चुका है.

पहले तो आईसीआईसीआई बैंक इस सौदे में चंदा कोचर की भूमिका स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं था. लेकिन शेयर होल्डरों के दबाव और बोर्ड में ही चंदा कोचर पर उठे सवाल ने बैंक को जांच के लिए एक स्वतंत्र कमेटी बनाने के लिए मजबूर किया. इस बीच, खबरें आती रहीं की चंदा कोचर की छुट्टी कर दी जाएगी. लेकिन अब जांच पूरी होने तक उन्हें छुट्टी पर भेज दिया गया था. लेकिन अब आखिर चंदा कोचर का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया.

राउंड ट्रिपिंग के जरिये चंदा कोचर के पति की कंपनी में निवेश

अरविंद गुप्ता ने 11 मई को पीएमओ, कुछ रेगुलेटर्स और मंत्रालयों को लिखी चिट्ठी में कहा था कि नूपावर में एस्सार ग्रुप ने राउंड ट्रिपिंग के जरिये 453 करोड़ रुपये का निवेश किया है. यह निवेश मेटिक्स ग्रुप और इसकी होल्डिंग कंपनी फर्स्टलैंड होल्डिंग के जरिये किया गया है. दोनों कंपनियां मॉरीशस में हैं. ये कंपनियां निशांत कनो़ड़िया की हैं. कनोड़िया एस्सार ग्रुप के वाइस चेयमैन रवि रूइया के दामाद हैं.

इस दौरान आईसीआईसीआई बैंक एस्सार ग्रुप को कर्ज देने वाला सबसे बैंक रहा ह. इसने मिनेसोटा और इसके यूके स्थित रिफाइनरी प्रोजेक्ट के लिए भी फंड दिया. आईसीआईआई बैंक नुपावर और वीडियोकोन और कुछ दूसरे सौदों में जांच के दायरे में हैं. इस दौरान आईसीआईसीआई बैंक एस्सार ग्रुप को कर्ज देने वाला सबसे बैंक रहा है. इसने मिनेसोटा और इसके यूके स्थित रिफाइनरी प्रोजेक्ट के लिए भी फंड दिया. आईसीआईआई बैंक नुपावर और वीडियोकोन और कुछ दूसरे सौदों में जांच के दायरे में हैं.

ये भी पढ़ें : चंदा कोचर: कभी इस बैंकर की तूती बोलती थी,आज इल्जामों से घिरी हैं

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×