रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने सोमवार को भारत की सॉवरेन रेटिंग को ‘Baa2’ से घटाकर ‘Baa3’ कर दिया.
इसके साथ ही एजेंसी ने कहा है कि निम्न आर्थिक वृद्धि और बिगड़ती वित्तीय स्थिति के चलते जोखिम कम करने वाली नीतियों के क्रियान्वयन में चुनौतियां खड़ी होंगी.
एजेंसी ने एक स्टेटमेंट में कहा है, ‘‘मूडीज ने सोमवार को भारत सरकार की विदेशी मुद्रा और स्थानीय मुद्रा में अंकित दीर्घकालिक इश्यू (प्रतिभूतियों) की रेटिंग ‘Baa2’ से घटाकर ‘Baa3’ कर दी है.’’
एजेंसी ने कहा, ‘‘मूडीज ने भारत की स्थानीय मुद्रा वरिष्ठ बिना गारंटी वाली रेटिंग को ‘Baa2’ से घटाकर ‘Baa3’ कर दिया है. इसके साथ ही अल्पकालिक स्थानीय मुद्रा रेटिंग को भी P-2 से घटाकर P-3 पर ला दिया गया है.’’ 'Baa3' सबसे निचला निवेश ग्रेड है. इसके नीचे जंक स्टेटस आ जाता है.
स्टेटमेंट में कहा गया है कि नकारात्मक परिदृश्य में अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणाली में गहरा दबाव दिखाई देता है जिसके और नीचे जाने का जोखिम है. यह स्थिति मूडीज के मौजूदा अनुमान के मुकाबले वित्तीय मजबूती को ज्यादा गहरा और लंबा नुकसान पहुंचा सकती है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मूडीज ने इससे पहले नवंबर 2017 में 13 साल के अंतराल के बाद भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को एक पायदान चढ़ाकर ‘Baa2’ किया था.
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