कोरोना वायरस की चुनौतियों की बीच मुकेश अंबानी के जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश एक लाख करोड़ को पार कर गया है. ग्लोबल अल्टरनेटिव एसेट फर्म टीपीजी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की डिजिटल यूनिट जियो प्लेटफॉर्म्स में 0.93 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 4,546.80 करोड़ रुपये का निवेश किया है. पिछले आठ हफ्तों में जियो में यह नौवां निवेश है.
इस दौरान जियो प्लेटफॉर्म्स में 21.99 प्रतिशत इक्विटी के लिए कुल 1,02,432.45 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है. ये निवेश 22 अप्रैल को फेसबुक करार के साथ शुरू हुए थे, उसके बाद सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला और सिल्वर लेक ने अतिरिक्त निवेश किया था. 7 जून को अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने भी जियो में निवेश की घोषणा की थी.
कुल 1.02 लाख करोड़ रुपये के निवेश के साथ एक अनूठा रिकॉर्ड भी बन गया है. ये दुनिया में कहीं भी किसी भी कंपनी द्वारा एक साथ लगातार जुटाया गया सबसे बड़ा फंड है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शनिवार को एक बयान में कहा कि टीपीजी ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 0.93 प्रतिशत हिस्सेदारी के बदले ये निवेश किया है. कंपनी ने कहा कि इस सौदे में जियो प्लेटफॉर्म्स का वैल्यूएशन 5.16 लाख करोड़ रुपये आंका गया.
जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई है. अपने सस्ते प्लान से जियो टेलीकॉम मार्केट में पहले ही राज कर चुका है. अब कंपनी डिजिटल मैं पैर जमा रही है.
TPG का कई कंपनियों में निवेश
टीपीजी एक प्रमुख वैश्विक एसेट फर्म है, जिसकी स्थापना 1992 में 79 अरब डॉलर से अधिक एसेट्स के प्रबंधन के साथ हुई थी, जिसमें निजी इक्विटी, ग्रोथ इक्विटी, रियल एस्टेट और पब्लिक इक्विटी शामिल हैं. टीपीजी ने 25 वर्षों से अधिक के इतिहास में दुनिया भर में सैकड़ों पोर्टफोलियो कंपनियों का एक विस्तृत नेटवर्क स्थापित किया है. वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनियों में इसके निवेश में एयरबीएनबी, उबर और स्पॉटिफाई शामिल हैं.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी इस निवेश पर कहा,
“आज एक महत्वपूर्ण साझेदार के रूप में टीपीजी का स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है, जो एक डिजिटल इकोसिस्टम के माध्यम से भारतीयों के जीवन को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने के हमारे निरंतर प्रयासों के हमसफर होंगे. हम टीपीजी के वैश्विक प्रौद्योगिकी व्यवसायों में निवेश के ट्रैक रिकॉर्ड से प्रभावित हैं, जो सैकड़ों करोड़ उपभोक्ताओं और छोटे व्यवसायों के साथ काम करते हैं और बेहतर समाज बना रहे हैं.”
टीपीजी के सह-सीईओ जिम कोल्टर ने कहा, "हम जियो में निवेश के लिए रिलायंस के साथ भागीदारी करके उत्साहित महसूस कर रहें हैं, क्योंकि जियो भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को बदल रहा है."
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