e-RUPI: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 4 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ई-रुपी (e-RUPI) नाम से डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म लॉन्च करेंगे. e-RUPI नाम के इस डिजिटल पेमेंट सिस्टम को वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से तैयार किया गया है. जिसे नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बनाया है.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि इस ई-रुपी प्लेटफॉर्म की सहायता से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का भुगतान सुरक्षित और पारदर्शी तरीके से ट्रांसफर हो सकेगा और इसके लिए किसी भी तरह के बैंक अकाउंट, कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग व यूपीआई ऐप की जरूरत नहीं पड़ेगी.
e-RUPI क्या है, कैसे काम करता
ई-रुपी डिजिटल पेमेंट का एक ऑनलाइन प्रीपेड वाउचर है. जो कि क्यूआर कोड (QR Code) या एसएमएस (SMS) के जरिये कार्य करता है. इसमें भुगतान पाने व्यक्ति के मोबाइल फोन पर वाउचर की जानकारी एसएमएस की जाती है और क्यूआर कोड ट्रांसफर किया जाता है. यें वाउचर एक निश्चित अवधि के लिए ही मान्य होता है.
e-RUPI के फायदें
1. e-RUPI एक कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस डिजिटल भुगतान का तरीका है.
2. यह प्लेटफॉर्म कल्याणकारी योजनाओं का भुगतान करने वाले और पाने वाले लाभार्थियों को डिजिटल रूप से जोड़ता है.
3. यह कल्याणकारी योजनाओं की लाभार्थियों तक पारदर्शी डिलीवरी सुनिश्चित करता है.
4. यह क्यूआर कोड या एसएमएस पर आधारित ई-वाउचर है, जो लाभार्थियों के मोबाइल पर पहुंचाया जाता है.
5. इस वाउचर को रिडीम कराने के लिए बैंक अकाउंट, इंटरनेट बैंकिंग व यूपीआई ऐप होना जरूरी नहीं है.
6. प्री-पेड होने के कारण, यह सेवा प्रदाता को बिना किसी रुकावट के समय पर भुगतान प्रदान करता है.
7. रेगुलर भुगतान के अलावा इसका उपयोग आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत दवाइयां, खाद सब्सिडी, मातृत्व और बाल कल्याण योजना और टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों जैसी योजनाओं के तहत सेवाओं के लिए किया जा सकता है.
8. इन डिजिटल वाउचर का उपयोग निजी क्षेत्र द्वारा अपने कर्मचारी कल्याण और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी कार्यक्रमों के लिए भी किया जा सकता है.
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