देश में कोरोनावायरस के मामले बढ़ने के साथ ही बिजनेस की दुनिया में भी खलबली बढ़ने लगी है. कई सेक्टरों पर इसका सीधा असर पड़ा है. ट्रैवल-टूरिज्म, ट्रांसपोर्ट, एविएशन, फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर का कारोबार धीमा हो रहा है. इसका असर रोजगार पर भी हो सकता है.कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज और सिनेमाघर बंद हैं. ट्रैवल कम हो जाने से एयरलाइंस की बुकिंग कम हो गई है.ओला-उबर की बुकिंग पर भी असर पड़ा है. कोरोनोवायरस का असर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर भी दिखने लगा है.
ट्रैवल-टूरिज्म इंडस्ट्री को बड़ा झटका
इस सप्ताह देश में इंटरनेशनल और डोमेस्टिक फ्लाइट के टिकट कैंसिलेशन काफी बढ़ गए हैं. इसका असर टूरिज्म इंडस्ट्री पर देखा जा रहा है. तीन दिन पहले इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के प्रेसिडेंट प्रणब सरकार ने ब्लूमबर्गक्विंट को बताया कि पिछले साल के जनवरी-मार्च की तुलना में इस साल जनवरी से लेकर अब तक विदेशी टूरिस्टों की संख्या में 67 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है. वहीं विदेशी टूरिस्टों की संख्या 40 फीसदी घट गई है. हाल में इंडिगो एयरलाइंस चलाने वाली इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड नेअपनी एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि यात्रियों की संख्या तेजी से घटने लगी है.
ट्रैवल इंडस्ट्री से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि देश में इस वक्त डोमेस्टिक फ्लाइट की बुकिंग 70 से 80 फीसदी घट गई है. जबकि इंटरनेशनल फ्लाइट की बुकिंग लगभग 90 फीसदी तक घट गई है. केंद्र सरकार की ओर से सभी देशों के साथ नागरिक आवाजाही बंद करने और टूरिस्ट वीजा कैंसल करने के फैसले से लाखों बुकिंग कैंसल होने का खतरा पैदा हो गया है. ट्रैवल-टूरिजस्ट इंडस्ट्रीज से जुड़े कई कारोबार में काम पूरी तरह ठप हो सकता है. इंडस्ट्री ने इस संकट को देखते हुए सरकार से अब राहत पैकेज मांगना शुरू कर दिया है.
‘वर्क फ्रॉम होम’ की वजह से ओला-उबर जैसे टैक्स सर्विस पर असर
इस सप्ताह कोरोनवायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ज्यादा से ज्यादा दफ्तरों ने ‘वर्क फ्रॉम होम’ को बढ़ावा देने की शुरुआत कर दी है. इससे ओला-उबर जैसी टैक्सी एग्रीगेटर कंपनियों की बुकिंग लगभग 50 से 60 फीसदी तक घटने का अनुमान लगाया जा रहा है. दफ्तरों में पिक-अप और ड्रॉप सर्विस के लिए काम करने वाली ओला-उबर टैक्सियों का काम घट गया है. सिनेमाघर बंद होने से भी ओला-उबर जैसी टैक्सी एग्रीगेटर कंपनियों का कारोबार घटा है
कोरोनावायरस का फिलहाल सबसे ज्यादा असर ट्रैवल- टूरिज्म इंडस्ट्री पर दिख रहा है. अप्रैल 2019 में फिक्की की ओर से जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक देश की जीडीपी में ट्रैवल-टूरिज्म की हिस्सेदारी 9.2 फीसदी है. 2018 में इस इंडस्ट्री ने 2.67 करोड़ रोजगार दिए थे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली होटल महासंघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि 80% रूम खाली हैं. सिर्फ इमरजेंसी में दिल्ली आने वाले लोग ही स्टे कर रहे हैं. साफ है कि इस इंडस्ट्री पर ज्यादा असर होने से रोजगार पर भी मार पड़ सकती है.
एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को भारी घाटे की आशंका
इस बीच, देश के कई राज्यों में सिनेमाघरों के बंद होने, फिल्मों की शूटिंग, प्रमोशनल इवेंट और इंटरव्यू रुकने से टेलीविजन और फिल्म इंडस्ट्री की भारी घाटे की आशंका है. पूरी इंडस्ट्री को कितना घाटा होगा इसका अनुमान तो फिलहाल लगाना मुश्किल है लेकिन एक अनुमान के मुताबिक दिल्ली के एक-एक थियेटर को हर दिन 2 लाख रुपये से अधिक का घाटा हो सकता है. थियेटर बंद होने से एक भी बुकिंग नहीं होगी. दिल्ली में 150 थियेटर स्क्रीन हैं. कोरोनावायरस की वजह से अक्षय कुमार की 'सूर्यवंशी', तिलोत्तमा शोम की सर की रिलीज टल गई है. टाइगर श्रॉप की 'बागी-3' को कोरोनावायरस की वजह से दर्शक नहीं मिल पाए.
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