पेट्रोल और डीजल पर सरकार ने एक्साइज ड्यूटी तीन रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाने का फैसला लिया है. बता दें सऊदी अरब, ईरान और रूस के बीच कच्चे तेल पर छिड़े प्राइस वार के चलते तेल की कीमतों में भारी गिरावट आई है. लेकिन इनका फायदा अब आम जनता को मिलना मुश्किल नजर आ रहा है.
पिछले सोमवार को ब्रेंट क्रूड के दाम गिर कर 31.13 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए, जो इस साल की शुरुआत में 64 डॉलर प्रति बैरल थे. इस भारी गिरावट के बाद देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें अब भी काफी ज्यादा है.
मिनरल वॉटर से सस्ता हुआ क्रूड
कीमतों की तुलना करें तो क्रूड अब मिनरल वॉटर से भी सस्ता हो गया है. एक बैरल में 159 लीटर कच्चा तेल होता है. इस तरह एक लीटर कच्चे तेल की कीमत लगभग 13-14 रुपये पड़ेगी, जबकि एक लीटर के मिनरल वॉटर बोतल के लिए कम से कम 15 से 20 रुपये देने पड़ते हैं.
कुलमिलाकर अब पेट्रोल पर 22.98 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी चुकानी होगी. बता दें हर राज्य में वैट की दरें अलग-अलग हैं. यह 15 रुपये से 33-34 रुपये प्रति लीटर तक होती हैं. आम जनता प्रति लीटर पेट्रोल के लिए जो राशि देती है उसमें एक्साइज ड्यूटी और वैट के अलावा डीलर कमीशन भी शामिल होता है. आमतौर पर डीलर कमीशन 3.55 रुपये प्रति लीटर तक होता है.
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