सरकार के लिए राहत की खबर है. फरवरी में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) क्लेक्शन लगातार पांचवें महीने 1 लाख करोड़ रुपये के पार रहा है. फरवरी में जीएसटी कलेक्शन 1.13 लाख करोड़ रुपये रहा है जो कि पछले साल इसी दौरान हुए कलेक्शन से करीब 7% ज्यादा है. लेकिन इसी साल के जनवरी महीने से कम है. जनवरी में 1.20 लाख करोड़ रुपये जीएसटी कलेक्शन हुआ था. बता दें कि हर महीने की पहली तारीख को सरकार जीएसटी टैक्स कलेक्शन से जुड़े आंकड़े जारी करती है.
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि- 'पिछले 5 महीने में लगातार जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपये के पार रहा है. वहीं पिछले साल के इसी महीने से भी कलेक्शन करीब 7 परसेंट ऊपर रहा है.'
सेंट्रल GST- 21,092 करोड़
स्टेट GST- 27,273 करोड़
इंटीग्रेटेड GST- 55,253 करोड़
कंपनसेशन सेस- 9,525 करोड़
टैक्स कलेक्शन के इन आंकड़ों से पता चलता है कि भारत की इकनॉमी की रेलगाड़ी ग्रोथ की पटरी पर लगातार आगे बढ़ रही है. इस बार के आंकड़ों ने इस बात की तस्दीक की है कि कोरोना वायरस संकट के बाद इकनॉमी से लेकर टैक्स कलेक्शन में जो गिरावट देखने को मिली थी, अब हम उससे आगे बढ़ चुके हैं.
मंदी से बाहर आई इकनॉमी
26 फरवरी को जीडीपी के मोर्चे पर अच्छी खबर आई थी, इसके बाद भारत की इकनॉमी तकनीकी रूप से मंदी से बाहर आ गई थी. फाइनेंशियल ईयर 2020-21 की तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ पॉजिटिव टेरिटरी में रही है. सांख्यिकी मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 0.4% रही है. वहीं पूरे फाइनेंशियल ईयर के लिए GDP ग्रोथ -8% रहने का अनुमान है. कोरोना वायरस संकट के दौरान गढ्ढे में गिरी इकनॉमी अब फिर से बाहर आ चुकी है, हालांकि पहले के स्तर पर पहुंचने में वक्त लगेगा.
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