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कश्मीर पर मलयेशिया,तुर्की के रुख से भारत खफा,रोकेगा इंपोर्ट 

भारत मलयेशिया से पाम ऑयल मंगाना बंद कर चुका है अब वह वहां से पेट्रोल और प्रोसेसर भी मंगाना बंद कर सकता है

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कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाने का मलयेशिया और तुर्की ने विरोध किया था. भारत अब दोनों देशों के खिलाफ कदम उठाने जा रहा है. भारत मलयेशिया से पाम ऑयल का आयात रोक चुका है और अब वह वहां से पेट्रोल, एल्यूमीनियम इंगॉट, एलएनजी, कंप्यूटर पार्ट्स और माइक्रोप्रोसेसर मंगाना कम कर सकता है.

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मलयेशिया और तुर्की दोनों के खिलाफ भारत उठाएगा कदम

इस मामले की जानकारी रखने वाले दो अधिकारियों ने नाम न लेने की शर्त पर रॉयटर्स को बताया कि भारत सरकार मलयेशिया से पेट्रोल और गैस का आयात कम करने के साथ तुर्की से भी तेल और स्टील मंगाना कम कर सकती है.

अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर पर मलयेशिया और तुर्की के बयान से भारत सरकार खुश नहीं है. लिहाजा वह दोनों देशों से कारोबार को सीमित करना चाहती है.

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कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाने के बाद मलयेशिया के पीएम महातिर मोहम्मद ने कहा था कि भारत कश्मीर पर कब्जा करना चाहता है. महातिर का कहना था कि कश्मीर मुद्दे का समाधान संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रस्ताव के तहत होना चाहिए.

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महातिर ने CAA पर उठाए थे सवाल

महातिर मोहम्मद ने नागरिकता संशोधन कनून की जरूरत पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब भारत में सब लोग 70 साल से साथ रहते आए हैं, तो इस कानून की जरूरत ही क्या थी उन्होंने कहा, " भारत में लोग इस कनून के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं. 70 साल से सब साथ रहते आए हैं और उन्हें साथ रहने में कोई समस्या भी नहीं रही है." भारत ने महातिर मोहम्मद के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई थी. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि एक बार फिर मलयेशिया के पीएम ने भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी की है.

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तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने भी कश्मीर पर भारत के फैसले की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि भारत कश्मीर को बिल्कुल ब्लॉक कर देना चाहता है. इसके बाद भारत ने एर्दोगान के इस बयान की आलोचना की थी और इसे अपने अंदरुनी मामलों में दखल माना था.

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