आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) की सैलरी में बंपर हाइक पर कंपनी के फाउंडर एन नारायणमूर्ति ने नाराजगी जताई है. कंपनी के सीओओ प्रवीण राव की सैलरी में बंपर हाइक किए जाने पर नारायण मूर्ति ने कहा, 'प्रवीण राव के वेतन में की गई बढोतरी सही नहीं है. बोर्ड के इस तरह से काम करने से कर्मचारियों का भरोसा उठ जाएगा.'
इंफोसिस बोर्ड ने सीओओ प्रवीण राव की सैलरी बढ़ाकर 4.62 करोड़ रुपए सालाना कर दी है, जिसके बाद नारायण मूर्ति ने बोर्ड के इस फैसले पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि राव की सैलरी में की गई बढोतरी इंफोसिस की निष्पक्षता की परंपरा के खिलाफ है.
एक ओर मेहनत करने वाले कर्मचारियों को 6-8 फीसदी की वेतन बढ़ोतरी मिली है, वहीं टॉप लेवल पर 60-70 फीसदी की बढ़ोतरी देना ठीक नहीं है. इससे लोअर और टॉप लेवल में अंतर बढ़ जाएगा. कंपनी में मुआवजा और इक्विटी को लेकर फर्क कम से कम होना चाहिए, लेकिन राव को दी गई हाइक से यह अंतर और बढ़ गया है.एन नारायण मूर्ति, फाउंडर, इन्फोसिस
इससे पहले नारायण मूर्ती ने कंपनी के सीईओ विशाल सिक्का की वेतन बढ़ोतरी और दो पूर्व अधिकारियों दिए गए विदायी पैकेज पर आपत्ति जताई थी.
हालांकि इंफोसिस सह-संस्थापक ने प्रवीण राव की तारीफ भी की. उन्होंने कहा, ‘मुझे प्रवीण से बेहद लगाव है. मैंने प्रवीण को 1985 में भर्ती किया था और जबतक मैं कंपनी में रहा तब तक उनका ध्यान रखा. मेरे निकलने के बाद राव को किनारे कर दिया गया. साल 2013 में जब मैं वापस आया तो वह एग्जीक्यूटिव काउसिंल का सदस्य तक नहीं था. क्रिस, शीबू और मैंने उसे प्रोत्साहित किया और विशाल को कंपनी का सीईओ और प्रवीण को सीओओ बनाया. इसलिए, इस शिकायत को प्रवीन के खिलाफ न समझा जाए.’
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