गुरुवार को शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई. सेंसेक्स रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. लेकिन आखिरी घंटे में मुनाफावसूली हावी हो गई, जिससे बाजार की बढ़त कम हो गई. आखिर में सेंसेक्स 77 प्वाइंट तेजी के साथ, 40,129 प्वाइंट पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी में 37 प्वाइंट बढ़त दर्ज हुई और यह 11,881 पर बंद हुआ. हालांकि बाजार में शुरुआती दौर से आखिरी एक घंटे से पहले काफी तेजी रही. आखिर इस तेजी की वजह क्या रही है, आइए देखते हैं
एफआईआई की जबरदस्त खरीदारी
एफआईआई बाजार में लगातार खरीदारी कर रहे हैं. बुधवार को एफआईआई ने बाजार में 7192.42 करोड़ रुपये की खरीदारी की थी. जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 185.87 करोड़ रुपये की खरीदारी की. यह रुख गुरुवार को भी जारी रहा. एफआईआई के इस रुख ने बाजार में तेजी पैदा की.
टैक्स कटौती की खबरें
सरकार की ओर से टैक्स रेट में कटौती की खबरें आ रही है. सरकार ने कॉरपोरेट घरानों के लिए टैक्स में कटौती की है. इसलिए निवेशकों को लग रहा है कि सरकार पर्सनल इकम टैक्स स्लैब में भी कटौती करेगी. इससे भी बाजार को रफ्तार मिली और गुरुवार को सेंसेक्स 40 हजार के ऊपर पहुंच गया.
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर कटौती
बुधवार को अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर दी. अमेरिकी इकनॉमी को रफ्तार देने के लिए फेडरल रिजर्व का यह कदम अहम साबित हो सकता है. इसका असर भारतीय बाजार की रफ्तार में दिखा.
अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर में सुलह के आसार
अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर में समझौते के आसार दिखाई दे रहे हैं. दोनों ने 16 महीने से पुरानी ट्रेड वॉर को खत्म करने की अपील की है. शेयर बाजार को इस उम्मीद में भी रफ्तार मिल रही है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस उम्मीद का असर दिखा. जाहिर है इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर पड़ा है.
कॉरपोरेट नतीजों का असर
पिछले कुछ सेशन के दौरान सेंसेक्स में लगातार बढ़ोतरी दर्ज हुई है. इसके पीछे ग्लोबल ट्रेंड और दिसंबर तिमाही के बेहतर कॉरपोरेट नतीजों का हाथ है. हाल में आए कुछ वित्तीय घरानों के रिजल्ट काफी अच्छे रहे हैं और इससे बाजार का सेंटिमेंट सुधरा है.
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