भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) गुरुवार, 1 सितंबर को लाल निशान में बंद हुआ, निवेशकों को वैश्विक संकेत रास नहीं आए और गणेश चतुर्थी की छुट्टी के बाद शेयर बाजार खुलते ही गिरा और लाल निशान में जा कर ही बंद हुए. कुछ शेयर्स में तेजी देखी गई लेकिन अधिकतर शेयर्स ने निराश ही किया.
भारतीय शेयर बाजार का हाल
NSE का निफ्टी 216 अंक गिरकर 17,542 पर जा कर बंद हुआ. BSE का Sensex 770 अंक नीचे गिरा और 58,766 पर बंद हुआ. निफ्टी बैंक में भी 235 अंकों की गिरावट दर्ज हुई और यह 39,301 पर जा कर बंद हुआ. मिड कैप 0.57 फीसदी गिरा और स्मॉल कैप 0.48 फीसदी गिरा.
सेक्टर्स के आधार पर देखें तो टेलिकॉम, केपिटल गुड्स और रियल्टी के शेयर्स में ही बढ़त देखने को मिली जबकि तेल और गैस, आईटी, मेटल, बैंक के शेयरों में गिरावट रही.
मिंट अखबार से बातचीत में एचडीएफसी सिक्यॉरिटी के दीपक जसानी ने कहा कि निफ्टी अच्छी बढ़त बना सकता था लेकिन ऐसा हुआ नहीं. निकट भविष्य में निफ्टी 17696-17345 के आसपास कारोबार कर सकता है.
विदेशी बाजार का हाल
अमेरिकी बाजार में भी गिरावट का दौर जारी रहा. वॉल स्ट्रीट पर डाउ जोंस 0.46 फीसदी गिरा, नैस्डैक 0.26 फीसदी गिरा, एसएंडपी 500 0.30 फीसदी गिरा और स्मॉल कैप 2000 1.61 फीसदी टूटकर बंद हुआ. अगस्त में वैश्विक कारखानों की गतिविधि में गिरावट आई क्योंकि यूक्रेन में रूस का युद्ध जारी है और चीन में जीरो कोविड नीति लागू है. इसी वजह से व्यवसायों को नुकसान होता रहा है. अमेरिका के तीन बड़े बाजार अगस्त में 4 से 5 फीसदी तक गिरे.
शुक्रवार को सुबह के सत्र में जापान का निक्केई 0.18 फीसदी और चीन का शंघाई 0.15 फीसदी नीचे था. SGX निफ्टी 7 अंक नीचे आया और 17,611 पर बंद हुआ.
विदेशी निवेशकों (FIIs) ने 2290 करोड़ रुपये के शेयर्स बेचें वहीं घरेलू निवेशकों (DIIs) ने 951 करोड़ रुपये के शेयर्स खरीदे.
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