टमाटर के भाव आसमान छू रहे हैं, 20-25 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर कई शहरों में 100 रुपये किलो तक बिक रहा है. दिल्ली और एनसीआर में टमाटर जहां 80 से 100 रुपये किलो तक बिक रहा है, वहीं चेन्नई में टमाटर के दाम 160 रुपये किलो तक पहुंच गया है. भारत दुनिया में टमाटर का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है फिर भी टमाटर के दाम ने लोगों का बजट बिगाड़ दिया है.
क्यों बढ़े टमाटर के दाम?
टमाटर के दाम बढ़ने की एक बड़ी वजह पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी भी है. दाम बढ़ने से ट्रासपोर्टेशन की कास्ट बढ गई है, जिससे टमाटर के दाम भी कई शहरों में बढ़ गए हैं. दिल्ली-एनसीआर के सभी शहरों में पेट्रोल सबसे महंगा बना हुआ है, क्योंकि राज्य सरकार ने अब तक पेट्रोलियम उत्पादों पर वैट में बदलाव नहीं किया है. मुंबई में पेट्रोल की कीमत 109.98 रुपये प्रति लीटर और डीजल 94.14 रुपये प्रति लीटर है. जिसका असर टमाटर की कीमतों पर भी पड़ा है.
आंध्रप्रदेश में बाढ़ का असर टमाटर के दाम पर
आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ आई है, जिससे टमाटर की फसल खराब हो गई है. कम पैदावार होने और फसल खराब होने की वजह से टमाटर के दाम में तेजी है. चेन्नई में इस समय एक किलो टमाटर का 160 रुपये में मिल गया है.
कब कम होंगे टमाटर के रेट?
ऐसा कहा जा रहा है कि टमाटर के दाम कम होने में दो से तीन महीने का वक्त लग सकता है, थोक कारोबारियों के मुताबिक, टमाटर की नई फसल 15 अक्टूबर को लगाई गई थी, जिसे तैयार होने में कम से कम 2 से 3 महीने का वक्त लगेगा. उम्मीद है कि नई फसल आने के बाद फरवरी तक टमाटर के दामों में कमी आएगी.
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