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इस महिला को मिली ट्रायल के बाहर फाइजर वैक्सीन की पहली खुराक

यह वैक्सीन कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 95 फीसदी तक कारगर बताई जा रही है

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90 साल की ब्रिटिश महिला मार्गरेट कीनन मंगलवार को, ट्रायल के बाहर फाइजर COVID-19 वैक्सीन शॉट लगवाने वाली दुनिया की पहली इंसान बन गईं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने यह जानकारी दी है. कीनन को सेंट्रल इंग्लैंड के कोवेंट्री में स्थिति एक अस्पताल में वैक्सीन की पहली खुराक दी गई.

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कीनन, जिनकी उम्र अगले हफ्ते 91 साल की हो जाएगी, ने कहा, ‘’मैं काफी खास महसूस कर रही हूं. जन्मदिन से पहले यह सबसे अच्छा तोहफा है, जिसके बारे में मैं सोच सकती थी.’’

कुछ वक्त पहले ही ब्रिटेन ने फाइजर-बायोएनटेक की COVID-19 वैक्सीन को मंजूरी दी थी. ब्रिटेन की दवा और स्वास्थ्य उत्पाद नियामक एजेंसी (एमएचआरए) ने बताया था कि यह वैक्सीन इस्तेमाल में लाने के लिए सुरक्षित है. इसे लेकर दावा किया गया है कि यह वैक्सीन कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 95 फीसदी तक कारगर रही है.

लोगों को इस वैक्सीन की दो खुराक दी जाएंगी. पहली खुराक के 21 दिन बाद दूसरी खुराक दी जाएगी. ब्रिटेन में वृद्धाश्रमों में रहने वाले लोग, वहां के कर्मचारी, 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और स्वास्थ्यकर्मियों को पहले फेज में वैक्सीन की खुराक दी जा रही है.

राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के मुख्य कार्यकारी सिमॉन स्टीवेंस ने हाल ही में बताया था कि देश के इतिहास में इतने बड़े पैमाने पर टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य सेवा बड़े स्तर पर तैयारी कर रही है. सैन्य कर्मी भी इसकी व्यवस्था में मदद करेंगे. ब्रिटेन को 2021 के अंत तक दवा की चार करोड़ खुराक मिलने की संभावना है.

फाइजर वैक्सीन को शून्य से 70 डिग्री नीचे के तापमान पर रखना होगा और इसे विशेष बक्से में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जाएगा. एक बार आपूर्ति हो जाने पर इसे पांच दिनों तक फ्रिज में रखा जा सकता है.

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