COVID-19 की वजह से शुक्रवार को प्रोफेसर दिनेश मोहन का निधन हो गया है. उन्होंने रोड सेफ्टी, इंजरी प्रिवेंशन, प्रदूषण और मानवाधिकार जैसे विषयों पर अहम काम किया था. प्रोफेसर मोहन आईआईटी दिल्ली से भी जुड़े थे. वह आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर राकेश मोहन के भाई थे. प्रोफेसर मोहन की पत्नी पैगी मोहन लेखिका हैं.
आईआईटी दिल्ली के डायरेक्टर वी रामगोपाल राव के मुताबिक, COVID-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद प्रोफेसर मोहन का सेंट स्टीफन अस्पताल में इलाज चल रहा था.
नीचे दिए गए वीडियो में प्रोफेसर मोहन ने बताया है कि हम अपने शहरों में वॉकिंग और साइकलिंग को कैसे आसान बना सकते हैं.
प्रोफेसर मोहन के निधन पर जाने माने ऑर्थो सर्जन और पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. मैथ्यू वर्गीज ने कहा है कि एक ऐसे वक्त में जब बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं, तब ‘’हम अपने प्रिय प्रोफेसर दिनेश मोहन के निधन का शोक मना रहे हैं, जिन्होंने जीवन बचाने के लिए जीवन जिया.’’
डॉ. वर्गीज ने इंजरी प्रिवेंशन के क्षेत्र में प्रोफेसर मोहन के अहम योगयान को भी याद किया है. डॉ. वर्गीज ने लिखा है कि प्रोफेसर मोहन एक सच्चे वैज्ञानिक, एक सच्चे मानवतावादी इंसान थे, जिन्होंने हर जीवन को महत्व दिया. उन्होंने लिखा है कि प्रोफेसर मोहन (कोरोना) वायरस के एक और ऐसे पीड़ित बन गए, जिनको हमसे दूर कर दिया गया.
इतिहासकार एस इरफान हबीब ने ट्वीट कर कहा है, ''यह जानकर काफी दुख हुआ कि प्रोफेसर दिनेश मोहन, प्रिय मित्र और IIT दिल्ली के पूर्व फैकल्टी का कोविड की वजह से निधन हो गया. उनकी पत्नी पैगी मोहन के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.''
इसके अलावा हबीब ने कहा, ''मुझे मेट्रो और फ्लाईओवर की प्रभावशीलता पर कई चर्चाओं की वजह से प्रोफेसर दिनेश मोहन याद हैं.''
WHO में सोशल डिटरमिनेंट्स ऑफ हेल्थ डायरेक्टर एटिनी क्रुग ने ट्विटर पर लिखा है, ''इंजरी प्रिवेंशन के एक दिग्गज के निधन के बारे में जानकर गहरा सदमा लगा है...वह एक बड़ी विरासत छोड़ गए हैं.''
(PTI के इनपुट्स समेत)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)