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COVID-19 से इस साल हुई मौतों में 92% वैक्सीन नहीं लेने वाले लोग- केंद्र सरकार

भारत में वैश्विक मामलों के केवल 0.7 प्रतिशत मामले आ रहे, स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जानकारी

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि इस साल की COVID-19 मौतों का 92% हिस्सा वैक्सीन नहीं लेने वाले लोग हैं और देश में COVID-19 मामलों की संख्या में भारी कमी आई है. वैश्विक स्तर पर सामने आ रहे COVID-19 मामलों से तुलना करते हुए केंद्रीय मंत्रालय ने बताया कि भारत में वैश्विक मामलों के केवल 0.7 प्रतिशत मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं.

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने गुरुवार, 3 मार्च को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि

“दुनिया के कई देशों में COVID-19 मामलों की संख्या में तेज उछाल आया है. जिसके कारण दैनिक आधार पर बढ़ते मामलों का ग्राफ ऊपर गया है. आज भी दुनिया में रोजाना करीब 15 लाख मामले सामने आते हैं…भारत में COVID-19 मामलों में भारी कमी देखी गई है. भारत में साप्ताहिक आधार पर औसतन लगभग 11 हजार COVID-19 मामले सामने आ रहे हैं”
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल

उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अन्य देशों की तुलना में भारत में मौतों की संख्या में सुधार है.

“2-8 फरवरी तक भारत ने औसतन 615 मौतों की सूचना दी. पिछले सप्ताह में, COVID-19 ​​​​-19 के कारण 144 मौतें हुईं. यह पीक से 76.6 प्रतिशत की गिरावट है.”
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल

COVID-19 मौतों का 92 प्रतिशत हिस्सा वैक्सीन नहीं लेने वाले

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद सरकार के थिंक टैंक नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने रिपोर्टर्स को बताया कि इस साल जनवरी से अब तक COVID-19 मौतों का 92 प्रतिशत हिस्सा वैक्सीन नहीं वाले लोग हैं.

"यह स्पष्ट है कि वैक्सीन और व्यापक वैक्सीनेशन कवरेज ने सैकड़ों की रक्षा करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. वैक्सीन ने देश को कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि से बचाया है"

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज कोविड से लड़ने में 98.9% प्रभावी है, और यदि दोनों डोज लगाया जाता है, तो यह 99.3% है.

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