देश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने परीक्षाओं को लेकर 'सीबीएसई जैसे बोर्ड्स' को निशाने पर लिया है. उन्होंने इस मुद्दे पर शुक्रवार को कई ट्वीट किए हैं.
प्रियंका ने कहा है, ‘’सीबीएसई जैसे बोर्ड्स का, स्टूडेंट्स को मौजूदा परिस्थितियों के बीच परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर करने का कदम पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना है. बोर्ड परीक्षाओं को या तो रद्द या फिर से निर्धारित किया जाए या फिर उनको इस तरह से व्यवस्थित किया जाना चाहिए कि भीड़ भरे केंद्रों पर बच्चों की शारीरिक मौजूदगी की जरूरत न हो.’’
इसके अलावा कांग्रेस नेता ने कहा, ''जब कोरोना हमारे देश पर फिर से कहर ढा रहा है, परीक्षा का अतिरिक्त दबाव बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाला है.'' प्रियंका ने यह भी कहा है कि हमारी शिक्षा प्रणाली को अपने नजरिए में काफी बदलाव करने की जरूरत है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना वायरस महामारी को ध्यान में रखते हुए 10वीं और 12वीं क्लास के एक लाख से ज्यादा छात्रों ने याचिकाओं पर हस्ताक्षर कर सरकार से मई में होने वाली बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने या उन्हें ऑनलाइन कराने का अनुरोध किया है. इस बीच टि्वटर पर हैशटैग ‘कैंसल बोर्ड एग्जाम्स 2021’ भी ट्रेंड करता दिखा है.
हालांकि, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (सीआईएससीई) ने कहा है कि छात्रों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं और परीक्षाओं के दौरान COVID-19 के सभी दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा.
आम तौर पर बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाएं जनवरी में और लिखित परीक्षाएं फरवरी में शुरू होती हैं और मार्च में खत्म होती हैं. महामारी के चलते परीक्षाओं में देरी हो गई है और अब मई-जून में ये परीक्षाएं होनी हैं.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)