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भारत में रुका कोरोना वैक्सीन का ट्रायल, सीरम इंस्टीट्यूट को नोटिस

ब्रिटेन में एक शख्स की तबीयत बिगड़ने के बाद कई देशों में रुका वैक्सीन पर काम

Published
भारत
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कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अब पूरी दुनिया को सिर्फ इसकी वैक्सीन तैयार होने का इंतजार है. इसके लिए तेजी से काम भी चल रहा है. लेकिन अब ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) की वैक्सीन को लेकर एक बुरी खबर सामने आई है. भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने इसका ट्रायल रोक दिया है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पिछले कई दिनों से इस वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग पर काम कर रहा था, लेकिन ब्रिटेन में वैक्सीन ट्रायल के दौरान एक शख्स की तबीयत काफी बिगड़ गई, जिसके बाद भारत समेत चार देशों ने वैक्सीन पर काम फिलहाल के लिए रोक दिया है.

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सीरम इंस्टीट्यूट को DCGI का नोटिस

सीरम इंस्टीट्यूट भारत में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की इस वैक्सीन के दो ट्रायल कर चुका था. इसका तीसरा ट्रायल आने वाले हफ्ते से शुरू होने जा रहा था, लेकिन अब इसे शुरू नहीं किया जाएगा.

सीरम इंस्टीट्यूट को इसके लिए देश के ड्रग कंट्रोलर डीसीजीआई की तरफ से बुधवार 9 सितंबर को एक नोटिस जारी किया गया था, जिसमें कहा गया कि जब दुनियाभर में इस वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया गया है तो भारत में ट्रायल क्यों चल रहा है? डीसीजीआई ने ये भी पूछा है कि सीरम इंस्टीट्यूट को अब तक ब्रिटेन के उस मरीज की पूरी जानकारी क्यों नहीं मिल पाई है.

इस नोटिस के बाद सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से कहा गया कि फिलहाल के लिए ट्रायल को रोक दिया गया है. हम इसे लेकर फिलहाल कुछ भी नहीं कह सकते हैं, इसके लिए अब आगे की जानकारी सीरम डीसीजीआई ही देगा. अगर डीसीजीआई को सुरक्षा से संबंधित कुछ भी शक है तो हम उनके निर्देश के मुताबिक ही काम करेंगे.

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कब तक आम लोगों तक पहुंचेगी वैक्सीन?

विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में इस साल के अंत तक वैक्सीन को आईसीएमआर और सरकार की स्वीकृति मिल जाएगी और 2021 के अंत तक यह आम लोगों तक पहुंचेगी. हालांकि किन लोगों को पहले वैक्सीन लगाई जाए, सभी जगह इसकी डिलीवरी कैसे की जाएगी और अन्य लॉजिस्टिक चुनौतियों के कारण वैक्सीन को सभी तक पहुंचने में समय लग सकता है.

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