मंगलवार को शाहरुख खान से विदेशी मुद्रा कानून के उल्लंघन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ की. शाहरुख पर नाइट राइडर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (केआरएसपीएल) के 9 मिलियन के शेयरों को मॉरिशस स्थित एक कंपनी को बेचने को लेकर नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है.
यह मामला 2008-2009 का है. इस मामले में, शाहरुख, उनकी मित्र जूही चावला और उनके पति जय मेहता के स्वामित्व वाली कंपनी ‘ केआरएसपीएल’ के शेयर मॉरिशस स्थित एक कंपनी को बेच दिए गए. मॉरिशस की कंपनी स्वयं मेहता की है.
एजेंसी का आरोप है कि शाहरुख ने कंपनी के शेयर बेहद कम मूल्य पर बेचे हैं जोकि विदेशी मुद्रा कानून के उल्लंघन के तहत आता है. प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों का कहना है कि शाहरुख ने अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट के साथ मिलकर डॉक्यूमेंट्स में कुछ गड़बड़ी की है. अधिकारियों का कहना है कि शाहरुख ने जिस रकम में शेयर बेचे हैं वो उसे छिपाने की कोशिश कर रहे हैं.
हमनें शाहरुख से ये नहीं पूछा कि आखिर उन्होंने इतने कम दाम में शेयर क्यों बेचे. हमने उनसे सिर्फ ये पूछा कि उन्होंने उन पैसों को कहां लगाया.प्रवर्तन निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी
अधिकारियों के अनुसार, खान ने जिस मूल्य की घोषणा की थी उन्होंने शेयर उससे कहीं महंगे दामों में बेचे हैं. पर एजेंसी उनके ऐसा करने के कारण को लेकर असमंजस की स्थिति में है.
द क्विंट को मिली जानकारी के अनुसार एजेंसी अभी भी शेयरों की असल कीमत जानने की कोशिश कर रही है. पड़ताल से भी सामने आया है कि मॉरिशस स्थित ये कंपनी एक ढांचा मात्र ही है.
क्या है शाहरुख पर आरोप
शाहरुख ने अपनी दोस्त जूही चावला और उनके पति जय मेहता के साथ मिलकर कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम खरीदी थी. इसमें से ‘केआरएसपीएल’ के 9 मिलियन के शेयर मॉरिशस स्थित इस कंपनी को बेच दिए गए जबकि 4 मिलियन के शेयर जूही चावला के पास रहे.
इन 9 मिलियन के शेयरों को बेहद कम कीमत पर 10 से 12 रुपये प्रति शेयर की कीमत के आधार पर 10 करोड़ रुपये में बेचा गया. एजेंसी के अधिकारियों की मानें तो उस समय तक प्रति शेयर की निम्नतम कीमत भी 70 से 80 रुपये के बीच थी.
अधिकारियों का कहना है कि शाहरुख ने जूही और उनके पति के साथ मिलकर शेयर बेचने से प्राप्त रकम को गुप्त रूप से विदेश भेज दिया.
क्या जानना चाहती है ईडी
- शेयर किस कीमत पर बेचे गए हैं उनकी असल कीमत
- अघोषित धन के लाभार्थी
केआरएसपीएल के शेयर बेचने की अनियमितता के पीछे का कारण
- क्या सिर्फ कॅर्पोरेट टैक्स बचाने के लिएऐसा किया गया.
- क्या वो पैसा ब्लैक मनी के रूप में देश में वापस आएगा.
- क्या इस अनियमितता में ललित मोदी की भी कुछ भागीदारी है
खान ने अधिकारियों को अपनी ओर से पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया है और साथ ही ये भी कहा है कि उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट्स जरूरत पड़ने पर सारे कागजात मुहैया करा देंगे.
अधिकारियों ने भले ही खान से पूछताछ कर ली हो लेकिन अब भी कई ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब मिलना बाकी है.
शाहरुख को आगे की जांच के लिए दोबारा तलब किया जा सकता है.
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