बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय ने शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की. इसके बाद उनके जेडीयू में जाने की अटकलें तेज हो गई हैं. हालांकि पांडेय अभी खुलकर इस मामले में कुछ नहीं बोल रहे हैं. पूर्व डीजीपी पांडेय दोपहर में जेडीयू कार्यालय पहुंचे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की.
इस बीच कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि बिहार के DGP जिन्होंने सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई जांच के लिए मांग की थी. उन्हें अब राज्य में सत्ताधारी पार्टी आगामी चुनावों के लिए उम्मीदवार बनाने जा रही है.
पता चला है कि एनसीबी के जांच अधिकारी बीजेपी और पीएम मोदी के करीबी हैं. शुरुआत से ही बीजेपी सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर राजनीति कर रही है. ईडी और सीबीआई ने अब तक क्या पाया है, यह कोई नहीं जानता. इस मुद्दे में अब सभी अभिनेत्रियों को शामिल करते हुए NCB ड्रग जांच की ओर केंद्रित कर दिया गया हैअधीर रंजन चौधरी
मैं स्वतंत्र नागरिक हूं किसी से भी मिल सकता हूं: गुप्तेश्वर पांडे
मुख्यमंत्री से मिलने के बाद कार्यालय से बाहर निकल कर आए पांडेय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "मैं स्वतंत्र नागरिक हूं. मैं किसी से कभी भी मिल सकता हूं. मेरी नीतीश जी से आज मुलाकात हुई है."
जेडीयू की सदस्यता ग्रहण करने के फैसले पर उन्होंने कहा कि इस मामले में लेकर कोई बात नहीं हुई है. चुनाव लड़ने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से राजनीति के संबंध में कोई बात नहीं हुई. उन्हें धन्यवाद देने आया था. उन्होंने कहा कि राजनीति में जाउंगा, तब आप लोगों को बता दूंगा. अभी सेवानिवृत्त हो गया हूं.
इधर, जेडीयू सूत्रों का कहना है कि पांडेय का जेडीयू की सदस्यता ग्रहण करना तय है. सूत्रों का दावा है कि मुख्यमंत्री नीतीश ने उन्हें बक्सर से विधानसभा टिकट देने का आश्वासन दिया है, हालांकि जेडीयू का कोई नेता इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है.
बता दें कि पांडेय ने इससे पहले एच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है. सेवानिवृत्त होने के बाद से ही पांडेय की राजनीति में आने के कयास लगाए जा रहे हैं.
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