भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर को चुनाव आयोग ने अपने एक आदेश के उल्लंघन की शिकायत पर नोटिस भेजा है. दरअसल चुनाव आयोग ने बाबरी मस्जिद विध्वंस और पूर्व मुंबई ATS चीफ हेमंत करकरे को लेकर प्रज्ञा सिंह के बयानों के लिए उन पर 72 घंटे तक चुनाव प्रचार करने की रोक लगाई थी. यह रोक 2 मई को सुबह 6 बजे से लागू हुई थी.
हालांकि प्रज्ञा के खिलाफ आरोप हैं कि उन्होंने 72 घंटे के इस समय में चुनाव आयोग के निर्देशों के खिलाफ जाकर चुनाव प्रचार किया. भोपाल डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर ने प्रज्ञा को नोटिस भेजकर इन्हीं आरोपों पर जवाब देने को कहा है.
क्या था हेमंत करकरे को लेकर प्रज्ञा का बयान?
26/11 आतंकी हमले में शहीद हुए पूर्व मुंबई ATS चीफ हेमंत करकरे ने 2008 के मालेगांव ब्लास्ट केस की जांच की थी, जिसमें प्रज्ञा अभी भी आरोपी हैं. इस ब्लास्ट में 6 लोगों की मौत हुई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. प्रज्ञा ने इस केस की जांच में करकरे पर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था.
मैंने (करकरे से) कहा था कि तेरा सर्वनाश होगा. ठीक सवा महीने में सूतक लगता है. जिस दिन मैं गई थी, उस दिन इसके सूतक लग गया था और ठीक सवा महीने में जिस दिन आतंकवादियों ने इसको मारा, उस दिन उसका अंत हुआ.प्रज्ञा सिंह ठाकुर, भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार
क्या था बाबरी मस्जिद विध्वंस पर प्रज्ञा का बयान?
प्रज्ञा ने भोपाल में चुनाव प्रचार के दौरान एक टीवी चैनल को दिए बयान में कहा था कि वह ना सिर्फ बाबरी मस्जिद के ऊपर चढ़ी थीं, बल्कि उसे गिराने में भी उन्होंने मदद की थी. उन्होंने कहा था, ''मैंने ढांचे पर चढ़कर उसे तोड़ा था. मुझे गर्व है कि ईश्वर ने मुझे अवसर दिया और शक्ति दी और मैंने यह काम कर दिया.''
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