लातूर भाषण मामले में चुनाव आयोग ने पीएम नरेंद्र मोदी को क्लीनचिट दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने लातूर में अपने भाषण में पहली बार के वोटरों से बालाकोट हवाई हमले के नायकों और पुलवामा हमले में शहीद हुए सैनिकों को अपना वोट समर्पित करने की अपील की थी.
चुनाव आयोग ने कहा है कि पीएम मोदी का ये बयान आदर्श आचार संहिता के निर्देशों का उल्लंघन नहीं करता है.
चुनाव आयोग ने कहा-
आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों और रिटर्निंग ऑफिसर, 40 उस्मानाबाद संसदीय निर्वाचन क्षेत्र द्वारा भेजी गई 11 पेजों के भाषण की कॉपी की प्रमाणित प्रति के अनुसार मामले की विस्तार से जांच की गई. इस मामले में कोई भी उल्लंघन नहीं पाया गया है.
बीते 9 अप्रैल को पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के लातूर में चुनावी सभा में कहा था, ‘क्या आप अपना पहला वोट उन वीर जवानों को समर्पित कर सकते हैं, जिन्होंने एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया था. मैं पहली बार वोट करने जा रहे वोटरों को कहना चाहता हूं कि क्या आप अपना पहला वोट उन वीर जवानों को समर्पित कर सकते हैं, जिन्होंने पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया. क्या आप अपना पहला वोट उन वीर शहीदों को समर्पित कर सकते हैं, जो पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए?’
चुनाव आयोग ने सुरक्षाबलों को लेकर जारी की थी एडवाइजरी
महाराष्ट्र में स्थानीय चुनाव अधिकारियों को शिकायत मिली थी कि पीएम मोदी का बयान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करता है. विपक्षी दलों का कहना था कि बीजेपी चुनाव प्रचार में सशस्त्र बलों का इस्तेमाल कर रही है.
चुनाव आयोग ने मार्च में जारी चुनाव आयोग की सलाह के संदर्भ में रिपोर्ट मांगी थी, जिसमें पार्टियों को सशस्त्र बलों को राजनीतिक प्रचार में शामिल होने से रोकने के लिए कहा गया था.
आयोग ने 19 मार्च को कहा था, "पार्टियों / उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि उनके प्रचारकों / उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार के दौरान, किसी भी राजनीतिक प्रचार में सुरक्षा बलों को शामिल करने से बचना चाहिए."
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