केरल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की एक उम्मीदवार काफी सुर्खियों में है. महज 26 साल की अरिथा बाबू को कांग्रेस ने कायमकुलम सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस डेयरी किसान पर भरोसा करके कांग्रेस सीपीएम को कड़ी चुनौती देना चाहती है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को अरिथा बाबू के समर्थन में प्रचार भी किया.
केरल चुनाव में दूसरी सबसे युवा प्रत्याशी ‘अरिथा बाबू’
कायमकुलम से कांग्रेस प्रत्याशी अरिथा बाबू केरल विधानसभा चुनाव में दूसरी सबसे युवा प्रत्याशी हैं, जिन्हें कांग्रेस ने सीपीएम उम्मीदवार यू प्रतिभा और बीडीजेएस प्रत्याशी प्रदीप लाल के सामने खड़ा किया है.
अरिथा बाबू 2015 में उस समय सुर्खियों में आई थीं, जब वो अलापुज्जा जिला पंचायत चुनाव में सबसे युवा सदस्य के तौर पर चुनी गई थीं.
पेशे से डेयरी किसान अरिथा बाबू इझावा समुदाय से आती हैं. राजनीति उन्हें विरासत में अपने पिता से मिली है. पिता के बीमार होने के बाद वो सक्रिय रूप से राजनीति में आ गईं. अरिथा बाबू ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि, मेरे पिता ने मुझे राजनीति से परिचित कराया था. वे कांग्रेस के लिए काम करते थे.
व्यस्तता से भरे चुनाव प्रचार के दौरान अरिथा बाबू कहती हैं कि, “मेरी सबसे बड़ी पहचान यह है कि मैं कायमकुलम से हूं और यहां की परेशानियों को समझती हूं.”
प्रियंका गांधी ने किया अरिथा के समर्थन में प्रचार
मंगलवार, 30 मार्च को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अरिथा बाबू के समर्थन में प्रचार किया. इस दौरान प्रियंका गांधी ने केरल सरकार पर हमला बोला और गोल्ड स्मलिंग व अमेरिका के साथ विवादित फिशिंग डील का मुद्दा उठाया.
जब आप इन मुद्दों के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश करते हैं, तो इसे दबाए जाने की कोशिश की जाती है. जब आप सरकार की धोखाधड़ी पर सवाल उठाते हैं तो मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन कहते हैं कि उन्हें नहीं पता है कि क्या चल रहा है.प्रियंका गांधी वाड्रा, महासचिव, कांग्रेस
बता दें कि कायमकुलम सीट से यूडीएफ और एलडीएफ दोनों के प्रत्याशी पूर्व में चुने जा चुके हैं और 2006 से यह सीट सीपीएम का गढ़ बनी हुई है.
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