देश में अगले पांच साल कौन राज करेगा ? इसका जवाब असली नतीजों के आने से पहले एग्जिट पोल ने देने की कोशिश की है. कई राज्यों में बीजेपी 2014 जैसा ही प्रदर्शन दोहराती दिख रही है. उनमें से एक राज्य है महाराष्ट्र. यहां किसान,दलित और मराठा आंदोलन का भी असर बीजेपी शिवसेना गठबंधन के नतीजे पर होता नहीं दिख रहा है.
उम्मीद थी कि लोकसभा की सीटों के लिहाज से यूपी के बाद दूसरे बड़े राज्य महाराष्ट्र में एनसीपी-कांग्रेस बीजेपी-शिवसेना को कड़ी चुनौती देगी लेकिन शायद एग्जिट पोल वालों को ऐसा नहीं लगता है. महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं और सबने शिवसेना-बीजेपी को काफी आगे दिखाया है.
पहले बात करते हैं एग्जिट पोल के आंकड़ों की
ABP News
ABP न्यूज एग्जिट पोल के मुताबिक इस बार महाराष्ट्र में एनडीए को 34 सीटें मिलती दिखाई जा रही हैं और यूपीए को 14,.सर्वे में थोड़ा डिप जाकर देखने पर पता चलता है कि बीजेपी और शिवसेना को 17-17 सीटें दी गई हैं. वहीं एनसीपी को 9 कांग्रेस को चार और सभिमान पक्ष को 1 सीट दी गई है. 2014 में NDA ने यहां 41 सीटें जीती थीं.
India Today- My Axis
इंडिया टुडे-माई एक्सिस के एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में एनडीए को 38-42 और कांग्रेस 6-10 सीटें दी गई. यह काफी बड़ा फासला है.
CVoter
सीवोटर के सर्वे में भी महाराष्ट्र में एनडीए के खाते में 34 सीटें दी गई हैं, जबकि यूपीए को 14 सीटें मिलती दिख रही हैं.
Times Now- VMR
टाइम्स नाऊ-वीएमआर महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी गठबंधन को 38 और यूपीए को 10 सीटें दे रहा है. देखा जाए तो यह एनडीए को काफी बड़ी बढ़त है.
Today’s - chanakya
टुडेज चाणक्य ने भी महाराष्ट्र में एनडीए को 38 सीटें दी हैं. महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं. ऐसे में यह भारी अंतर है.
सर्वे पर जानकारों की राय जुदा-जुदा
महाराष्ट्र में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी 25 सीटों पर चुनाव लड़ी, जबकि शिवसेना ने 23 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. लोकमत अखबार के सीनियर जर्नलिस्ट यदु जोशी का मानना है कि सर्वे में दिखाए गए आंकड़ों से वह इत्तेफाक नहीं रखते हैं. उन्होंने द क्विंट से बात करते हुए कहा कि ABP NEWS के पोल में 17-17 सीटें बीजेपी और शिवसेना को दी गई हैं. उन्हें लगता है बीजेपी को इतना नुकसान नहीं होगा महाराष्ट्र में बीजेपी को 20-21 सीटें मिल सकती हैं. यदु का कहना है
कांग्रेस से ज्यादा सीटें महाराष्ट्र में एनसीपी जीतेगी. अधिकतर जगहों पर जहां शिवसेना और एनसीपी के बीच मुकाबला है वहां नुकसान शिवसेना को ज्यादा हो सकता है. मसलन मराठवाड़ा की परभनी,उस्मानाबाद विदर्भ की बुलढाना, अमरावती कोंकण की रायगड़, मावल की सीटें. वहीं पश्चिम महाराष्ट्र की सतारा,शिरूर और कोल्हापुर जैसी कुछ सीटें है, जहां कांटे की टक्कर है लेकिन इन सब सीटों पर पलड़ा एनसीपी का भारी नजर आता है.
मिड डे के राजनीतिक संपादक धर्मेन्द्र झोरे भी सर्वे में दिखाए गए आंकड़ों पर विश्वास नहीं जता पा रहे हैं. उनका भी मानना है यहां तो शिवसेना को फायदा होगा या तो एनसीपी का नुकसान. दोनों के आंकड़े कैसे बढ़ सकते हैं क्योंकि जिन लोकसभा सीटों पर दोनों का सीधा मुकाबला है, वहां किसी की सीट नहीं घटेगी. शिवसेना और एनसीपी लगभग12 सीटों पर सीधे आमने-सामने लड़ रही हैं.
23 मई को साफ होगा ‘न्याय’ हुआ या नहीं
एग्जिट पोल्स के नतीजों की हकीकत का पता 23 मई को ही चलेगा. तब तक हर कोई अपने अंदाज से सरकार का गुणा-गणित बिठाने में लगा है. वैसे एग्जिट पोल के गलत होने के तमाम उदाहरण देश में मौजूद रहे हैं.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)