IAF विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की फोटो चुनावी पोस्टरों में लगाने को लेकर बीजेपी को ट्विटर पर निशाना बनाया जा रहा है. इससे पहले पार्टी पर पुलवामा हमले के राजनीतिकरण का भी आरोप लगा था. आलोचकों का कहना है कि बीजेपी एयर स्ट्राइक के नाम पर वोटों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है.
ट्विटर पर कई यूजर्स ने इसे शर्मनाक करार देते हुए ट्वीट किया.
पत्रकार रमालक्ष्मी ने लिखा,
क्या बीजेपी को अभिनंदन का पोस्टर लगाने की छूट है? यह दिल्ली है, देश का कोई दूर-दराज का इलाका नहीं है. मैंने कारगिल के बाद हरियाणा में बीजेपी की रैलियां कवर की थीं. उस दौरान नौकरी में तैनात एक सैनिक ने भाषण दिया था. यह सेना और राजनीति में एक नई गिरावट है. दक्षिण एशिया में ये कारनामे चिंताजनक हैं.रमालक्ष्मी
IAF का गलत इस्तेमाल
एक और पत्रकार ने अभिनंदन का बीजेपी विधायक ओम प्रकाश शर्मा के साथ डिजिटल पोस्टर शेयर किया. इसमें प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह की तस्वीर भी थी. पत्रकार ने एयरफोर्स को मैसेज कर मामले पर जानकारी भी मांगी थी. लेकिन रिस्पांस नहीं आया.
वहीं एक्टिविस्ट योगेंद्र यादव ने इलेक्शन कमीशन से पूछा कि क्या सेना में तैनात सैनिक की तस्वीर का चुनावी अभियान में इस्तेमाल किया जा सकता है?
वहीं इंडियन आर्मी के रिटायर ऑफिसर मेजर डी पी शर्मा ने लिखा कि एडमिरल रामदास अपनी उस मांग में बिलकुल सही थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारतीय सेना और उसके कामों का गलत इस्तेमाल बंद होना चाहिए.
कुछ लोगों ने उनकी ही बात दोहराई
क्यों बीजेपी एयर स्ट्राइक का क्रेडिट नहीं ले सकती? कुछ ट्विटर यूजर्स ने पूछा सवाल?
इस बीच एक ट्विटर यूजर ने कहा कि बालाकोट में स्ट्राइक का फैसला सरकार ने लिया है. तो क्यों बीजेपी सरकार को क्रेडिट नहीं दिया जाना चाहिए. क्यों वे इसका इस्तेमाल चुनाव में नहीं कर सकते.
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